भिलाई नगर 6 जुलाई 2024:- श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4 में नेत्र उत्सव हर्षोल्लास से सम्पन्न श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के नवयौवन रूप का किया दर्शन महाप्रभु रथयात्रा हेतु तैयार!
श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर - 4 में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की 55 वें रथयात्रा महोत्सव 2024 मनाने जा रही है। आज 06 जुलाई 2024 को महाप्रभु का नेत्र उत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया । आज दिनांक 06 जुलाई,2024 को श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर 4 में नेत्र उत्सव का आयोजन पंरम्परा अनुसार किया गया।
देव स्नान पूर्णिमा के पश्चात लंबी बिमारी के बाद आज महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के मंदिर के पट खोले गये। नेत्र उत्सव के पारम्परिक पूजा अर्चना हवन-पूजन के पश्चात् मंगलध्वनि व घंटावादन के साथ श्रद्धालुओं ने प्रभु का प्रथम दर्शन किया। नेत्र उत्सव के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के नवयौवन रूप का दर्शन किया।
नेत्र उत्सव की समस्त पूजा अर्चना मंदिर के पुरोहित श्री पितवास पाढ़ी ने संपन्न की।
सफल बनाने में इनका है योगदान
इस उत्सव को सफल बनाने में जगन्नाथ समिति के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सतपथी व महासचिव सत्यवान नायक सहित समिति के पदाधिकारी सर्वश्री त्रिनाथ साहू,भीम स्वांई, अनाम नाहक,बसंत प्रधान, डी त्रिनाथ, बीसी बिस्वाल, वृंदावन स्वांई, निरंजन महाराणा,सुशान्त सतपथी, प्रकाश दास, कालू बेहरा, रंजन महापात्र, प्रकाश स्वांई,एस सी पात्रो,जगन्नाथ पटनायक,रवि स्वांई, बीस केशन साहू, कवि बिस्वाल, सीमांचल बेहरा,एस दलाई, कैलाश पात्रो,वी के होता,हिमांशु शांती,सुदर्शन शांती ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
डॉक्टर पंडा करेंगे छेरा पंहरा
महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा दिनांक 07 जुलाई 2024 दिन रविवार को दोपहर 1-30 बजे सेक्टर-4,सड़क-15 में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से प्रारंभ होकर सेंट्रल ऐवेन्यु होते हुये सेक्टर-10 में निर्मित गुंण्डिचा मंडप में पंहुचेगी। इसमें मुख्य अतिथि के रुप में भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा जी के करकमलों से छेरा पंहरा का धार्मिक अनुष्ठान संपंन्न किया जायेगा।
पुरी में यह परम्परा पुरी के महाराज सम्पन्न करते है। अतः सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि इस पवित्र व महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सम्पन्न करने हेतु मंदिर प्रांगण में दोपहर 1-30 बजे उपस्थित होकर महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी का पुण्य दर्शन प्राप्त करे।