श्री शंकराचार्य महाविद्यालय ने संगीत कार्यशाला के माध्यम से ट्रासजेंडर के लिए किया फंड एकत्रित…….

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भिलाई नगर 25 जून 2024:- श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई एव संडे कैम्पस के सयुक्त तत्वावधान में””कराओक सिगिग काम्पीटीशन पर सात दिवसीय कार्यमाला का आयोजन 14  से 20 जून तक किया गया। जिसका समापन 24 जून को विश्व संगीत दिवस के अवसर पर किया गया, इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पी उल्हास कुमार मेरी आवाज सुनो मेगाफाइनलिस्ट एवं गिनीज बुक रिकार्ड धारी, विशिष्ट अतिथि के रूप में सुनीता सरकार उपस्थित रही। निर्णायक की भूमिका में  महेन्द्र कुमार गर्ग बी. एस.पी वाइस आफ किशोर कुमार, वी उषा (स्वराभिषेकम सिंगिग ग्रुप) विवेक अग्रवाल पूर्व आयुक्त, कंचन सेंद्रे, संघर्ष एक जीवन समिति की सदस्य महाविद्यालय की प्राचार्य, डॉ. अर्चना झा, डीन (एकेडमिक) डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव उपस्थित रहे।

सात दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में  दीपक रंजन दास, श्रीमती जयति घोष, श्रीमती गरिमा सिंह,  ज्ञान चतुर्वेदी,  सुखविंदर सिंह ब्रोका,  साहिब सिंह,  प्रशांत श्रीवास्तव नहीं कराओके सिंगिंग की बारीकियां के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यशाला में लोकेश तिवारी, अमनदीप नाग, रिंकी शमा, राजश्री नायर, थॉमस मैथ्यू पारिजात झा, माया बघेल, गीता डे, अंबिका पिल्लई, सपना तिवारी एवं अन्य प्रतिभागियों ने नामांकन कराया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना से किया गया तत्पश्चात अतिथियो का स्वागत परम्परानुसार पौधा भेंट कर किया गया। प्रतियोगिता विभिन आयु वर्ग 15-25 वर्ष, 25-35 वर्ष 35-50 के अधिक आयु के महिला, पुरूष एंव तृतीय लिंग समुदाय के मध्य किया गया जिसमे से अधिक आयु वर्ग का प्रथम पुरस्कार पारिजात झा एवं द्वितीय पुरस्कार माया बघेल को प्रदान किया गया. इसी तरह 25 से 50 वर्ष आयु वर्ग क्रमशः राजलक्ष्मी एवं लोकेश तिवारी तथा 25 से कम आयु वर्ग में सुहानी साहू एवं पायल देवांगन को प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार दिया गया।

पी उल्हास कुमार ने सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि सुरों को अभ्यास से साधा जा सकता है पर ताल के लिए गुरू जरूरी है। महाविदयालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने कहा कि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अर्चना झा ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य संगीत में रुचि रखने एवं संगीत की बारीकियां को जानने वालों को मंच प्रदान करना है साथ ही तृतीय समुदाय को निशुल्क रजिस्ट्रेशन करवा कर समाज से कटे लोगों को समानता का अवसर प्रदान करना एवं समाज की मुख्य धारा से जोड़ना भी हमारा उद्देश्य है।

हमारा महाविदयालय समाजिंक दायित्वो के प्रति सदैव सजग रहा है हम गिलहरी के भाति सदैव सहयोग करते रहेंगे उन्होने कहा कि आयोजन का यह छठवां वर्ष है. इसे और आगे तक लेकर जाना है. इस वर्ष के आयोजन से प्राप्त पंजीयन शुल्क को तृतीय लिंग समूह को समर्पित किया गया है. महाविद्यालय की प्रेरणा से कार्यकम मे उपस्थित श्रोताओं ने इस वर्ग की सहायता के लिए अंशदान किया है. महाविद्यालय इसे एक अभियान की तरह आगे लेकर जाएगा. इस अवसर पर तृतीय लिंग समुदाय से कंचन और श्रेया साथियों सहित उपस्थित थीं. श्रेया ने एक गीत की भी प्रस्तुति दी.

इस अवसर पर भिलाई के अवकाश प्राप्त इस्पात कर्मी रथीन्द्र मोहन घोष को वॉयस ऑफ हेमन्त कुमार का खिताब दिया गया. गोल्डन वायस अवार्ड के प्रशंसित वर्ग  कार्यक्रम के इस अवशर पर गोल्डल वाइस अवर्ड के विजेताओ सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन डॉ लक्ष्मी वर्मा एवं  दीपक रंजन दास जी ने किया।


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