रायपुर 11 सितंबर 2024:- मुंगेली बिलासपुर के व्यवसाय अभिषेक अग्रवाल की शिकायत पर राजधानी रायपुर के देवेंद्र नगर थाने में कारोबारी छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के पूर्व महासचिव गुरु चरण सिंह होरा वह उसके पुत्र के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर मामले में अपराध दर्ज कर लिया गया है हैथवे केबल कंपनी के शेयर हड़पने व कब्जा करने के मामले में कार्रवाई बिलासपुर के अभिषेक की शिकायत पर देवेंद्र नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज।कांग्रेस सरकार में अभिषेक को पुलिस का भय दिखाकर किया गया प्रताड़ित हैथवे केबल कंपनी के शेयर हड़पने और कंपनी पर कब्जा करने के आरोप में राजधानी रायपुर के बड़े कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा व उनके बेटे तरनजीत सिंह होरा के विरुद्ध देवेंद्र नगर थाने में अपराध दर्ज किया गया है। कारोबारी अभिषेक अग्रवाल की ओर से कराई शिकायत में अन्य कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं।
बता दें कि आईएएस टुटेजा शराब घोटाले मामले में जेल में बंद है। अभिषेक ने पुलिस को बताया कि उसने दुलाल बनर्जी, मयूर गोविंद भाई कनानी, सुधीर सरीन, सुनील सेठी, राजेश मित्तल (ये सभी मुंबई स्थित कंपनी के डायरेक्टर) और संजय खन्ना, गिरिराज गर्ग और गुरमीत सिंह भाटिया के साथ मिलकर रायपुर में केबल टीवी का बिजनेस शुरु किया था। इसका नाम हैथवे मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रखा गया था।
प्रताड़ित करने का आरोप
अभिषेक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कांग्रेस सरकार में उसे पुलिस का भय दिखाकर प्रताड़ित किया। प्रदेशभर में केबल ऑपरेटरों पर लगभग 20 एफआईआर दर्ज कराई गई। अभिषेक ने पुलिस को उन एफआईआर की कापी भी दी हैं।
नाम बदलकर किया ग्रैंड अर्थ मल्टीनेट
आरोप है कि होरा ने षड्यंत्र करते हुए हैथवे कंपनी का नाम ग्रैंड अर्थ मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेड कर दिया। इसके बाद कंपनी के सारे उपकरण, ऑफिस और दस्तावेजों पर कब्जा जमा लिया। इसके साथ ही हैथवे कंपनी के चार करोड़ 25 लाख रुपये के करीब 48,500 सेटअप बॉक्स का उपयोग नई कंपनी में कर रहा है। बता दें कि रायपुर में केबल के क्षेत्र में होरा का आधिपत्य है।
होरा ने गुरमीत को बताया नाम का पार्टनर
अभिषेक का कहना है कि हैथवे कंपनी का ऑफिस पगारिया कांप्लेक्स में था। कंपनी में उसके 16.33 प्रतिशत शेयर, गिरिराज गर्ग के 16.33 प्रतिशत, गुरमीत सिंह भाटिया के 16.33 प्रतिशत शेयर थे। करीब 51 प्रतिशत शेयर मुंबई की हैथवे केबल एंड डाटाकाम लिमिटेड के डायरेक्टर थे। मई 2020 तक कंपनी का कारोबार रायपुर में फैल गया था।
दिसंबर 2018 में भूपेश सरकार आने के बाद ही गुरुचरण होरा ने कंपनी में अपना दखल बढ़ा दिया था। गुरमीत से रिश्तेदारी बताकर होरा खुद को कंपनी का मालिक बताने लगे। उनका कहना था कि गुरमीत सिंह भाटिया केवल नाम का पार्टनर है, पैसा उनका लगा हुआ है। इसके बाद हर निर्णय और काम में दखल देने लगे थे।