पत्रकार वार्ता ब्रेकिंग : स्कंद षष्ठी महोत्सव का सिल्वर जुबली वर्ष…. ब्रह्मश्री राघवन शास्त्रीगत के साथ सेलम के वेदाचार्यी द्वारा संपन्न कराए जाएंगे यज्ञ व पूजा… पूर्व प्रबंध निर्देशक आर. रामाराजू ,विनोद कुमार अरोरा, वाय.के.रस्तोगी, पूर्व जिलाधीश आई.सी.पी.केसरी, वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंह कैंम्बो का होगा सम्मान….

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भिलाई नगर 22 अक्टूबर 2022:!स्कंदाश्रम के संस्थापक सूत्रधार आचार्य मणी स्वामी ने बताया कि इस वर्ष स्कंद षष्ठी महोत्सव का सिल्वर जुबली साल है. इस दौरान संस्था के प्रमुख अध्यक्ष का सम्मान किया जाएगा जिनमें प्रमुख रूप से भिलाई इस्पात संयंत्र के पूर्व प्रबंध निदेशक आर. रामाराजू, विनोद कुमार अरोरा, बीएसपी के पूर्व अधिशासी निदेशक वाय.के.रस्तोगी पूर्व जिलाधीश आई.सी.पी.केसरी वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंह कैंबो सहित एक दर्जन से अधिक प्रमुख हस्तियों का सम्मान किया जाएगा स्कंदाश्रम भिलाई ही नहीं वरन् संपूर्ण छत्तीसगढ़ में अध्यात्मक धार्मिक तथा समाज सेवा के क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हुआ है। स्कंदाश्रम का मुख्य उद्देश्य है सामाजिक, धार्मिक सम्मेलनों, कार्यक्रमों तथा नियमित बैठकों के माध्यम से धार्मिक विचारों का विकास कर लोक कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो तथा जनसाधारण के सारे संकट दूर हो। भिलाई, छत्तीसगढ अथवा देश ही नहीं वरन विदेशों से भी स्कंदाश्रम के भक्तगणों का स्कंदषष्ठी समारोह में सीधी सहभागिता निभाने पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया है। स्कंदषष्ठी महायज्ञ रजत जयंती महोत्सव समारोह 26 से 31 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले हवनों की सारी तैयारियाँ पूर्ण हो गयी है। इतिहास के अनुसार भगवान श्री कार्तिकेयजी (षणमुखः स्कन्दः) ने अपनी माताश्री पार्वती से शक्ति वेल आयुथ द्वारा प्रसिद्ध सुरपद्धा का वध स्कंधषष्ठी के ही दिन किया था इस ऐतिहासिक घटना के संदर्भ में स्कंधषष्ठी कोलाहल के साथ मनायी जाती है। इस महायज्ञ महोत्सव के सभी हवनों को सम्पन्न कराने कंत्रीपूरम से महाचार्य ब्रम्हा राघवन के नेतृत्व में सेलम के सुप्रसिद्ध आचार्यो का दल 24 अक्टूबर को भिलाई पहुँच रहे हैं। स्कंदाश्रम के संस्थापक तथा प्रमुख सुत्रधार आचार्य मणिस्वामी ने एक पत्रकार वार्ता में बताया

इस वर्ष स्कंधषष्ठी महायज्ञ महापर्व की शुरूआत 26 अक्टूबर को शाम 7:00 बजे अनुगजय, श्री विघ्नेश्वर पूजा, गंगा पूजा, पुन्याग वाचनम् महासंकल्पम् कलश स्थापना, सर्व देवता आव्हान, प्राणप्रतिष्ठा एवं षष्ठी वाचनम् दीप आराधना के साथ होगा, 27 अक्टुबर प्रातः 6:30 बजे से गऊ पूजा होगी, 7:00 बजे से श्री महागणपति हवन, श्री गणपति होम से कार्यक्रम की शुरूवात होगी । प्रातः 10:00 बजे स्थल शुद्धि भूमि अचल सम्पत्ति प्राप्ति हेतु प्रासात वास्तु शक्ति हवन होगा, 11 बजे से नवग्रह दोष निवृत्ति मन को शांत अंर्तदशा ऋण विमोचन तथा कारावास में राहत के लिए नवग्रह हवन होगा। 12:15 बजे सभी पुरानी बिमारियों से राहत तथा मृत्यु दोष निवृति तथा मृत्यु भय निवारणार्थ मृत्युंजय हवन होगा 01:15 बजे दीप आराधना तथा प्रसाद वितरण होगा 27 अक्टूबर शाम 6:30 बजे से शत्रुभय निवृत्ति तथा जलोदर से मुक्ति हेतु श्री सुक्ता हवन से समारोह की शुरूवात होगी । संध्या 7:30 बजे सरमेश्वरा हवन होगा जो दृष्टि आपचार दोष निवृत्ति, बुराई नकरात्मक विनाशकारी अंधेरे बलों भय से निवृत्ति हेतु आयोजित होगा। रात्रि 8:30 से अघोरा रूद्र हवन होगा जो पिशाच बाधा निवारण तथा दुष्ट ग्रह दोष निवारण एवं अवसाद विमोचन हेतु आयोजित होगा। रात्रि 9:30 बजे दीप आराधना एवं प्रसाद वितरण होगा। 28 अक्टूबर को प्रातः 7 बजे श्री लक्ष्मी गणपति हवन होगा जो धन प्राप्ति, उच्च वित्तीय स्थिति सद्भाव एवं पारिवारिक मामलों में सफलता के लिए आयोजित होगा प्रातः 8:15 बजे धन धान्य वृद्धि परिवार में संकट को दूर करने और शांति बहाल करने और संगठनों वित्तीय बाधाओं को दूर करने के लिये होगा शीघ्र विवाह तथा विवाह बाधा से मुक्ति के लिए स्वयंवर पार्वती हवन होगा।


प्रातः 11:00 बजे सुहागन दिर्घायु, लक्ष्मी कटाक्षम परिवार में सभी समृद्धि और शांति हेतु सौभाग्य महालक्ष्मी हवन होगा। दोपहर 12:15 बजे श्री विद्या हवन होगा जो एश्वर्य प्राप्ति कार्यभार एवं त्वरित परिणाम हेतु सम्पन्न होगा। दोपहर 1:15 बजे दीप आराधना तथा प्रसाद का वितरण होगा। संध्या काल समारोह शाम 5:00 बजे से श्री नवचण्डी परायणम से प्रारंभ होगा जो सकल मनोकामना प्राप्ति शत्रु बाधा निवृत्ति, सर्वकार्य वृद्धि, सभी कानुनी मामलो में विजय नये व्यवसाय विकास तथा अंतहीन प्यार और स्नेह के लिए सम्पन्न होगा । सायं 7:00 बजे से श्री चण्डी हवन होगा। रात्रि 10:00 बजे दीप आराधना तथा प्रसाद का वितरण होगा। 29 अक्टूबर प्रातः 7:00 बजे वंचा गणपति हवन होगा जो सभी मनोकामनाओं की बुरी शाक्तियों को कुचलना एवं प्रतिष्ठा कलात्मक क्षेत्र में सफलता हेतु आयोजित है । प्रातः 8:15 बजे श्री वाराही हवन होगा जो बुरी शक्तियों के नाश, दुर्घटनाओं से रक्षा संक्रामक रोगो से बचाव पारिवारिक तनाव से मुक्ति और समृद्धि हेतु होगा । प्रातः 10:00 बजे राजा मातंगी हवन होगा जो स्थायी नौकरी पाने एवं सरकारी विभाग के आर्डर प्राप्ति हेतु होगा। 11:00 बजे नक्षत्र हवन होगा जो सद्बुद्धि की प्राप्ति की शक्ति आत्मविश्वास और अनुकूल परिणाम प्राप्त करने हेतु होगा। दोपहर 12:15 बजे पुत्र प्राप्ति, वंश वृद्धि तथा गर्भदोष निवारण के लिए श्री संतान गोपाल कृष्ण हवन होगा । दोपहर 1:30 बजे दीप आराधना बाद प्रसाद वितरण होगा। 29 अक्टूबर शाम 6:30 बजे श्री मेघा दक्षिणामूर्ति हवन होगा जो विद्या प्राप्ति पढाई के प्रति रूचि पैदा करना, शानदार याददास में सुधार हेतु होगा। 6:30 सुदर्शन हवन जो औद्योगिक विकास हेतु आयोजित होगा। रात्रि 8:30 बजे श्री सुतीति दुर्गा हवन होगा। रात्रि 9:30 दीप अराधना एवं प्रसाद वितरण होगा। 30 अक्टूबर 7:00 से ऋण हरा विमोचन गणपति हवन होगा जो कर्ज के राहत जीवन की गुणवत्ता में सुधार हेतु होगा। दोपहर 1:00 बजे दीप आराधना के पश्चात प्रसाद वितरण होगा प्रातः 9:00 श्री शत्रुसंहार त्रिसदी अर्चना, श्री शत्रु संहार सुब्रमन्या त्रिसदी हवन होगा जो समाज में प्रसिद्धि के लिए तनाव रक्तचाप और त्वचा संबंधी रोगो से मुक्ति, शत्रुओं से मुक्ति और सरकारी नौकरी में सफलता प्राप्ति के लिए होगा । दोपहर 1:00 बजे वडगु राजा, कन्या, सुहासिनी एवं दपंत्ती पूजा वसुधारा हवन, होगा । महापूर्ण आहुति जो सभी प्रकार के बुरे कर्मों से मुक्ति और पितृ श्राप से मुक्ति दिलायेगा । दोपहर 1:30 बजे दीप आराधना एवं प्रसाद वितरण होगा ।


31 अक्टूबर प्रातः 10 बजे पार्वती कल्याणम तथा नाम से कीर्तनम संगीत कलाविधि डा.आर. गणेश द्वारारयरम री संतानम एड सेतालपति चेन्नई द्वारा संगीतमय प्रस्तुति की जायेगी । दोपहर 12:30 बजे दीप आराधना के पश्चात प्रसाद का वितरण होगा। इस प्रकार स्कंदषष्ठी रजत जयंती समारोह पूर्ण होगा


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