रायपुर 14 जून 2024:- राज्य की विष्णुदेव साय सरकार ने यह 10 जून को बलौदाबाजार जिले के कलेक्टोरेट-एसपी दफ्तर में हुई अभूतपूर्व हिंसा आगजनी और तोड़फोड़ मामले में तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार को निलंबित कर दिया है। निलंबन के आदेश गुरुवार को आधी रात के आसपास जारी हुए। रात एक बजे के आसपास सरकार ने पूरी घटना को न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिया, हिंसा, आग की घटना के 24 घंटों के अंदर ही सरकार ने बलौदाबाजार कलेक्टर कुमार लाल चौहान और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार का जिले से तबादला कर दिया था। प्राथमिक जांच के बाद इन दोनों अफसों पर निलंबन बड़ी कार्रवाई की गई।
बलौदा बाजार में हिंसा रोकने में नाकाम तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार को देर रात्रि राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है। यहां आक्रोशित भीड़ ने हाथों में तलवार लाठी डंडे लेकर कलेक्टर व एसपी कार्यालय को आग लगा दिया था। सैकड़ो गाड़ियां जला दी थी। साथ ही राहगीरों से मारपीट भी की थी। देश की आन बान शान माने जाने वाले तिरंगा झंडा को उतारकर सफेद झंडा लहरा दिया था। कलेक्टर ,एसएसपी को पहले सरकार ने जिले से हटा दिया था। अब आईपीएस सदानंद कुमार व IAS कुमार लाल चौहान को निलंबित कर दिया गया है।
छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश करेंगे न्यायिक जाँचजाँच समिति 3 माह के भीतर राज्य शासन को रिपोर्ट देंगे
राज्य शासन ने गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखांभ की क्षति ग्रस्त होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश को जांच अधिकारी नियुक्त किया है l राज्य शासन ने 6 बिन्दुओं पर जाँच के लिए एकल सदस्यीय न्यायिक जाँच का आदेश जारी किया है l छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश श्री सी बी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम इस घटना की जाँच कर 3 माह के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को देंगे
ज्ञातव्य है कि विगत 15 और 16 मई 2024 की रात्रि में बलौदाबाजार जिले के गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखांभ की क्षति ग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने गत दिवस बलौदाबाजार में न्यायिक जांच कराये जाने की घोषणा की थी गृह मंत्री की घोषणा पर राज्य शासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आज उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश सी बी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम घटना की जाँच करेंगे और 3 माह के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को देंगे
बलौदा बाजार भाटापारा में जैतखाम को नुकसान पहुंचाने से नाराज सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। सुनियोजित रूप से भीड़ जमा होने की कोई जानकारी तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को नहीं हो पाई। आक्रोशित भीड़ में हाथ में लाठी डंडे और तलवार लहराते हुए कलेक्ट्रेट व एसपी कार्यालय को आग लगा दिया। सैकड़ो गाडियां भी जल गई। अधिकारी कर्मचारियों ने पीछे से भाग कर अपनी जान बचाई। कलेक्टर एसपी अपना ऑफिस तक जलने से नहीं बचा सके। उन्हें कार्यालय की छत में देखा गया। बताया जाता है कि इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बावजूद भी बालौदा बाजार पुलिस ने गभींरता से नहीं लिया जबकि इंटेलिजेंस इनपुट में स्पष्ट उल्लेख था कि प्रदर्शनकारी कुछ भी गलत हरकत कर सकते हैं।
मामले में नाराज सरकार ने दूसरे दिन देर रात कार्रवाई करते हुए जिले के एसपी 2010 बैच के आईपीएस सदानंद कुमार को जिले से हटाते हुए उन्हें उप पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय रायपुर के पद पर पदस्थ कर दिया था। इसके अलावा कलेक्टर के पद पर तैनात 2009 बैच के प्रमोटी आईएएस कुमार लाल चौहान को मंत्रालय में पदस्थ कर दिया था। अब दो दिनों बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। आईपीएस सदानंद कुमार का निलंबन अवधि में मुख्यालय पुलिस मुख्यालय रायपुर नियत किया गया है। जबकि आईएएस कुमार लाल चौहान का निलंबन अवधि में छत्तीसगढ़ मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर में अटैच किया गया है।