मेट बनकर अपनी कार्यकुशलता से पूरे गांव की प्रेरणा बन गई है सोमारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सोमारी के उज्जवल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं
रायपुर। कोंडागांव जिले के ग्राम पंचायत आलोर की रहने वाली सोमारी मरकाम को नीयती ने कद तो छोटा दिया, लेकिन हौसले बुलंद दिए। इसी हौसले के साथ कुछ कर गुजरने के जुनून से उसने न केवल खुद के जीने की राह बना ली, बल्कि गांव के लोगों को भी रोजगार दिलाने में मददगार बन रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बस्तर प्रवास के दौरान सोमारी उनसे मुलाकात करने जगदलपुर आई थी। बघेल ने सोमारी से देर तक बातचीत की। उन्होंने सोमारी के कामों की जमकर तारीफ करते हुए उसे नया मोबाइल सेट भी भेंट किया। सोमारी ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह उनके साथ सेल्फी लेना चाहती है, मुख्यमंत्री तुरंत राजी हो गए और खुद मोबाइल हाथ में लेकर सोमारी के साथ सेल्फी उतारी।
सोमारी को अपने छोटे कद के कारण रोजगार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था। हायर सेकंडरी की परीक्षा पास होने के बाद उसे आगे की पढ़ाई के लिए के लिए तंगी महसूस हो रही थी। उसके परिवार में मां और पिता के अलावा एक भाई भी है। उनका परिवार गरीबी रेखा के नीचे गुजारा करता है। सोमारी चाहती थी कि कोई नौकरी मिल जाए तो वह आपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सके। पूरे छत्तीसगढ़ की तरह कोंडागांव जिले के गांवों में भी रोजगार गारंटी योजना के तहत खुले कामों ने उसे राह दिखाई। उसने रोजगार सहायक से संपर्क किया और मेट बन गई। आज सुबह 5 बजे से अपने काम में जुट जाती है।
कार्यस्थल पर गोदी की मार्किंग करने से लेकर खोदाई कराने, पंजी का संधारण करने, जॉब कार्ड अपडेट करने, मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन मस्टर रोल भरने की जिम्मेदारी वह निभा रही है। जरूरत के मुताबिक काम और समय पर काम का भुगतान मिलने से गांव के लोग भी सोमारी से खुश हैं। सोमारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसे अपना काम बहुत पसंद है। अब स्वाध्ययन के जरिये वह कॉलेज की पढ़ाई करने की अपनी इच्छा भी पूरी कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम सोमारी के और भी उज्जवल भविष्य और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध हैं।