मुख्यमंत्री की मंशा और डीजीपी के निर्देश का जिलों में हो क्रियान्वयन – ओ.पी.पाल….. पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज ने ली पुलिस कप्तानों की बैठक में सामुदायिक पुलिसिंग पर दिया जोर, चिटफंड, महिला अपराध व नक्सल मूवमेन्ट पर दिये निर्देश, पुलिस कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश पर भी दिया जोर

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भिलाईनगर। दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओ.पी.पाल ने कार्यभार संभालने के पश्चात पहली बार रेंज के पुलिस अधीक्षकों की आईजी कार्यालय में बैठक ली। बैठक में छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से मिले निर्देशों के तहत पुलिसिंग पर जोर देते हुए कहा कि, सामुदायिक पुलिसिंग को दें बढ़ावा, हार्ड पुलिसिंग के साथ सॉफ्ट पुलिसिंग का भी अभिनव प्रयोग के तहत पुलिस और जनता के मध्य संबंध हों मधुर, गुण्डे और असामाजिक तत्वों पर कसा जाये नकेल, बदमाशों के विरूद्ध लगातार पुलिसिंग कार्यवाही जारी रहे। इस बात का ध्यान रखा जाये कि, थाने में आने वाले फरियादी को परेशान न होना पड़े। चिटफंड के मामलों में फरार आरोपियों की प्रमुखता से गिरफ्तारी व उनकी सम्पत्ति जप्त करने की कार्यवाही में तेजी लायी जाये। उन्होंने थाने के कार्यों में कसावट लाने का भी निर्देश पुलिस अधीक्षकों को दिया। उन्होंने कहा कि, साम्प्रदायिक माहौल बिगाडऩे वाले तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाये।


पुलिस महानिरीक्षक ओ.पी.पाल ने राजनांदगाँव, कबीरधाम एवं बालोद के पुलिस अधीक्षकों से नक्सल मूवमेन्ट एवं नक्सली क्षेत्रों में पुलिसिंग मूवमेन्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि, नक्सल क्षेत्र में कार्यरत पुलिस एवं सुरक्षा बल के बीच आपसी समन्वय भाईचारा के माहौल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि, नक्सल क्षेत्र में कार्यरत पुलिस कर्मियों से समय-समय पर पुलिस के अधिकारी मिलते हुए उनके मनोबल को बनाये रखने का कार्य करें। उन्होंने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, सभी पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिलों में घटनाओं पर कमी लाने का प्रयास करें।

बैठक में आईजी ओ.पी.पाल ने मादक पदार्थों की तस्करी पर भी रोक लगाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिसिंग गश्त बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि, इस बात का भी ध्यान रखा जाये कि, सीमावर्ती राज्यों से छत्तीसगढ़ में धान की आवक न हो। बैठक में ओ.पी.पाल ने पुलिसकर्मियों के सप्ताहिकी अवकाश पर जोर देते हुए कहा कि, सभी पुलिस अधीक्षक अपनी व्यवस्था के अनुरूप पुलिसकर्मियों के साप्ताहिक अवकाश सुनिश्चित करें जिससे सभी पुलिसकर्मियों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने समय-समय पर पुलिसकर्मियों के बीच योग और मेडिटेशन के कार्यक्रम भी आयोजित करने पर जोर दिया।


पुलिस महानिरीक्षक ने सभी पुलिस अधीक्षकों को कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि, सभी जिलों में सोशल मीडिया की निगरानी के लिए सोशल मॉनिटरिंग टीम का गठन किया जाये और जिले की खुफिया व्यवस्था को इस कदर मजबूत किया जाये कि, किसी भी प्रकार के असमाजिक तत्व सोशल मीडिया के माध्यम से शहर और जिले का माहौल खराब करने का हिमाकत न करें। उन्होंने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि, पुलिसकर्मी स्वस्थ वातावरण में कार्य करें ऐसा माहौल हर जिलों में बनाया जाये।

पुलिसकर्मियों की मूलभूत समस्याओं पर अधिकारी वर्ग गंभीरता से विचार करते हुए उसके त्वरित निराकरण पर जोर देेवें। उन्होंने महिलाओं पर बढ़ते अपराध की रोकथाम व समय पर विवेचना के कार्र्यांे में तेजी लाने पर जोर दिया। बैठक में दुर्ग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्री नारायण मीणा, राजनांदगाँव के पुलिस अधीक्षक डी.श्रवण, बालोद के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार, कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग एवं बेमेतरा के पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजूर उपस्थित थे।


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