भिलाईनगर। संत ज्ञानेश्वर माउली संजीवनी समाधि महोत्सव का आयोजन आज प्रथम दिन 1 दिसंबर विजय श्रावण माहुरकर के निवास आरंभ हुआ प्रथम दिन श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पूजन कलश स्थापना एवं हरिपाठ किया गया। नत्थू कोरडे नंदू वर्ली मुंबई तबला वादक रंगा राव पांडे नागपुर कीर्तनकार गुरुदेव परते की गुणवंत हमदा पूरे श्रीकांत भू ताड़ हारमोनियम राम भाऊ पांडे सब्जी वाले सुपेला आकाश गंगा सब्जी मार्केट मधुकर इगले प्रकाश राव शिडके रश्मि दिवे कांता थीते एम.के.पाटिल कैलाश धाडस प्रशांत कुमार क्षीरसागर राजेश माहुरकर रूद्र क्षीर सागर पीयूष शिरसागर अज माहुरकर लीलाबाई वानखेडे श्रावण माहूरकर नागपुर से आए।
कीर्तनकार श्रीरंग राव जी भक्तों को हरिपाठ भजन कीर्तन कर हरिपाठ सुनाया उन्होंने श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज के अपने जीवन में किए गए कार्य और पूजन विधि के बारे में सभी भक्तों को जानकारी दी अपने भगवान को हर पल स्मरण कर याद कर सभी भक्तों को भक्ति मार्ग पर चलना चाहिए उनका नाम स्मरण करना चाहिए जीवन सार्थक एवं सफल हो जाता है प्रेम से ही भगवान एवं भक्तों को सभी प्रकार की खुशी शक्ति एवं दुखों का निवारण भगवान करते हैं हरिपाठ के माध्यम से हरी मुखे मना हरी मुखे मना पुण्याची गणना कोण करी अभंग के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं हमेशा अपने श्रीमुख हरि का नाम जपते रहना चाहिए।
ज्योति माहुरकर लता माहुरकर वैशाली माहुरकर उषा क्षीरसागर रश्मि दिवे लीला बाई वानखेडे सविता वानखेडे कुसुमताई जांगड़े छाया किरण सिरे कर स्वर्णाक्षी छाया अता करें महिला मंडल शानदार भजन कीर्तन की प्रस्तुति दी भक्ति गीत सुनकर सभी श्रोता गण झूम उठे हरि नाम की जय कार ज्ञानेश्वर माऊली नामदेव श्री संत शिरोमणी नामदेव महाराज की जय जय कार से गूंज उठा सभी भक्तजन में सत्संग का आनंद उठाया।