भारतीय दूतावास शिकागो और उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (NACHA) के तत्वावधान में अमेरिका में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया. नाचा ने आदिवासी वेशभूषा में परंपरागत बस्तरिया नृत्य कर शहीद वीर नारायण सिंह को किया याद

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रायपुर 12 दिसंबर 2021:- 11 दिसंबर 2021 को भारतीय दूतावास शिकागो और उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (NACHA) के तत्वावधान में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया।नाचा ने विश्वपटल पर छत्तीसगढ़ स्वतन्त्रता सेनानियों की योगदान और आदिवासी संस्कृति को जीवंत कर दिया है।नाचा का उद्देश्य छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलानी है।नाचा की संस्थापक दीपाली सरावगी ने भारत अमेरिका समुदाय को छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी प्रस्तुत की है।उन्होंने साझा किया कि कैसे शहीद वीर नारायण सिंह अंग्रेजों के खिलाफ लड़े, आज पूरे भारत को इस महान नेता पर गर्व है।नाचा के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री तिजेंद्र साहू ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय कैसे रहते हैं, उनकी संस्कृति और राज्य के प्रति उनके योगदान के बारे में बात की है।छत्तीसगढ़ी प्रवासी भारतीयों द्वारा आदिवासी समुदाय की योगदान की कहानी साझा करना अविस्मरणीय पल था इस कार्यक्रम में नाचा ने बस्तर आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया। यह पहला मौका है जब किसी गैर सरकारी संगठन ने किसी विदेशी भूमि में इस तरह का आयोजन किया है। NACHA हमारी राज्य-समृद्ध संस्कृति को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने के लिए कार्य करना जारी रखे हुए है।भारत के महावाणिज्य दूत श्री अमित कुमार इस भागीदारी के लिए NACHA के कार्यकारी सदस्यो को कार्यक्रम को लेकर बहुत खुशी जताते हुए आभार व्यक्त किये हैं। जब केंद्र सरकार ने जनजातीय गौरव दिवस समारोह की घोषणा की, क्योंकि वैश्विक स्तर पर भारतीय दूतावास इस कार्यक्रम की मेजबानी करने की योजना बना रहा है। चूंकि अमेरिका और अन्य देशों में भारतीय आदिवासी समुदायों को ढूंढना मुश्किल है, इसलिए नाचा ने भारतीय दूतावास से मिलकर इस आयोजन को सफल बनाया है।

नाचा शिकागो की कार्यकारी श्रीमती दीपाली सरावगी श्रीमती शशि साहू, श्रीमती खुशबू बंसल, श्री वेंकट आदित्य, श्री प्रशांत गुप्ता, अवनि साहू, श्री तिजेंद्र साहू, नैशा गुप्ता, और श्रीमती लता राव इस आयोजन के लिए प्रमुख योगदानकर्ता थीं।सभी सदस्य आदिवासी वेशभूषा में नजर आ रहे थे यह इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढी संस्कृति को लेकर कितने उत्साहित है और पाश्चात्य जीवनशैली में सहजता के साथ अपनी संस्कृति को भूले नही है।इसके लिए नाचा के सभी सदस्यों ने बहुत मेहनत की है।नाचा के सदस्यों द्वारा आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति ने सभी दर्शको का मन मोह लिया वे भी नृत्य को देखकर झूम उठे।एनआरआई किसी भी राज्य और देश के लिए एक ब्रांड एंबेसडर है। NACHA के उत्कृष्ट कार्यो से और NRI समुदाय की भागीदारी से राज्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान मिलेगा और हमारी विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई काम किये जाते रहेंगे।


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