जनदर्शन में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने लोगों के आवेदन पर किया विचार, अधिकारियों को मौके पर ही दिये हल करने के निर्देश
भिलाईनगर। कलेक्टर जनदर्शन में आज ग्राम चुनकट्टा के ग्रामीण प्रतिनिधिमंडल में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के पास पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर को बताया कि यहां एक खदान प्रस्तावित है, जिसके चलते हैवी ब्लास्टिंग होने की आशंका है और मकानों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनेगी। ग्रामीणों ने बताया कि अभी गाँव में खदान चल रही है जो थोड़ी दूर में है लेकिन इसकी ब्लास्टिंग की वजह से दीवार क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। प्रस्तावित खदान थोड़ी और पास है जिससे यह आशंका है कि दीवारें और अधिक क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। कलेक्टर ने कहा कि इस संबंध में खनिज विभाग से तकनीकी पक्षों पर चर्चा करेंगे। जनदर्शन में आज सामाजिक सहायता के आवेदन भी आये जिसे अग्रिम कार्रवाई के लिए समाज कल्याण विभाग को अग्रेषित किया गया।
लाकडाउन की वजह से कुछ लोगों के व्यवसाय भी प्रभावित हुए। उन्होंने नये उद्यम आरंभ करने के लिए पूंजी की जरूरत बताई। इसके लिए कलेक्टर ने उन्हें उद्योग विभाग की उद्यम आरंभ करने की योजना की जानकारी दी। कलेक्टर ने खुद का व्यवसाय आरंभ करने के इच्छुक लोगों को भी इस संबंध में आवश्यक ट्रेनिंग लेने के लिए शासन द्वारा संचालित स्किल डेवलपमेंट सेंटर में एडमिशन लेने कहा। कलेक्टर जनदर्शन में आज दहेज प्रताडऩा से संबंधित आवेदन भी आये जिसे आवश्यक कार्रवाई के लिए अग्रेषित किया गया। सीमांकन से संबंधित मामले भी आये, कलेक्टर ने इसके त्वरित निराकरण के निर्देश दिये।
लोगों ने ऋणपुस्तिका से संबंधित आवेदन भी दिये जिस पर तत्काल कार्रवाई कर राहत देने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। जनदर्शन में कोविड सहायता से संबंधित आवेदन भी आये। कलेक्टर ने कहा कि कोविड से मृत लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने आवेदन लिये गये हैं। इन पर तेजी से कार्रवाई हो रही है। आवेदनों का विधिवत परीक्षण कर त्वरित निर्णय लिये जा रहे हैं और परिजनों के खाते में राशि स्थानांतरित की जा रही है। आरबीसी छह-चार के तहत आर्थिक सहायता राशि के आवेदन के संबंध में भी जनदर्शन में आवेदन आया। प्रार्थी ने बताया कि 25 अगस्त को उनके पिता की मृत्यु पानी में डूबने से हुई है। इस संबंध में आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं। इस संबंध में शीघ्र राहत मिले तो परिवार के लिए बेहतर होगा। कलेक्टर ने राहत शाखा को तेजी से प्रकरण का निपटारा कर परिवारजनों को राहत देने के निर्देश दिये।