दुर्ग। जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग के प्रतिष्ठापूर्ण एवं बहुप्रतिक्षित चुनाव हेतु मतदान 17 दिसंबर को होगा। प्रत्याशियों के प्रचार और जनसम्पर्क हेतु अब मात्र एक दिन शेष है। जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग के द्विवार्षिक चुनाव की सरगर्मियाँ चरम पर हैं। उम्मीदवार मतदाताओं को रिझाने तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। कार्यकारिणी के 6 पदों में एक पद महिला हेतु आरक्षित है। इसके साथ ही अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्ठ उपाध्यक्ष महिला आरक्षित, सचिव, सहसचिव, कोषाध्यक्ष, ग्रंथालय सचिव एवं सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव हेतु कुल 8 पदों पर निर्वाचन होना है। अध्यक्ष पद के लिए 2 महिलाओं सहित 5 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी ठोकी है। वरिष्ठ अधिवक्ता नीता जैन ने अध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर अपनी दावेदारी पेश की है, दो बार अधिवक्ता संघ दुर्ग की अध्यक्ष रह चुकी नीता जैन राज्य अधिवक्ता परिषद में भी अधिवक्ता संघ का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग में सचिव के रूप में अपनी उल्लेखनीय पारी खेल चुके चेतन तिवारी ने भी अपनी उम्मीदवारी पेश करते हुए मुकाबले को रोचक बना दिया है। इनके साथ ही निर्विवाद और स्वच्छ छवि के डॉ.नागेन्द्र शर्मा ने अपनी दमदार उम्मीदवारी प्रस्तुत कर रहे हैं। पूर्व में जिला अधिवक्ता संघ में महिला उपाध्यक्ष के रूप में अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज करा चुकी श्रीमती एम.कामाक्षम्मा अपने प्रतिद्वंदियों को जोरदार चुनौती दे रही हैं। अपने झुजारू कार्यशैली और मृदु व्यवहार के चलते वे छुपी रूस्तम साबित हो सकती हैं। हालंाकि, वरिष्ठ अधिवक्ता कमल नयन चतुर्वेदी ने भी अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए मुकाबले को पंचकोणीय बनाने का प्रयास किया है परन्तु प्रचार के दौर में वे कहीं पीेछे छूटते नजर आ रहे हैं।
सचिव पद पर रवि शंकर सिंह ने तीसरी बार अपनी उम्मीदवारी पेश कर सब को चकित कर दिया है। यह बताना लाजमी होगा कि, वे सचिव के रूप में लगातार दो कार्यकाल तक अधिवक्ता संघ की सेवा कर चुके हैं। तीसरी बार रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर हैं। उनकी दावेदारी को चुनौती देने के लिए मनोज मून चुनावी मैदान में डटे हैं। सचिव पद पर जहाँ सीधे मुकाबले के आसार दिख रहे हैं। वहीं मनोज दुबे ने अपनी दावेदारी ठोकते हुए मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद हेतु प्रशांत कुमार जोशी, रामेश्वर प्रसाद प्रजापति, सुनील कुमार सिंह एवं हरेन्द्र उमेर ताल ठोककर चुनावी मैदान में डटे हैं। कनिष्ठ उपाध्यक्ष महिला आरक्षित पद हेतु कुमारी सुनीता कसार, गौरी चक्रवर्ती, ललिता जोशी और शमीम बानो रिजवी अपनी उम्मीदवारी के साथ चुनावी समर में डटी हुई हैं हालंाकि इस पद पर सीधे मुकाबले के आसार हैं।
सह सचिव पद हेतु कु.रेखा राय, कृष्णराज चंदेल, राम कुमार साहू और विजय कुमार सोनकर ने अपनी उम्मीदवारी पेश की है। कोषाध्यक्ष पद हेतु अनिल जायसवाल, कमल किशोर वर्मा एवं बृजेश शुक्ला ने अपनी पुख्ता उम्मीदवारी पेश करते हुए मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि, तीनों प्रतिद्वंदी पूर्व में जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग में बतौर कोषाध्यक्ष अपनी पारी खेल चुके हैं और एक बार फिर कोषाध्यक्ष पद हेतु संघर्षरत हैंं। ग्रंथालय सचिव के पद पर कुलेश्वर प्रसाद साहू, कृृष्ण कुमार बांधे एवं द्रोण कुमार ताम्रकार त्रिकाणीय चुनावी मुकाबले में डटे हैं। सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव पद हेतु मोहम्मद सारीक अहमद एवं मोनिका सिंह के बीच सीधा मुकाबला है।
कार्यकारिणी सदस्य चुने जाने की उम्मीद में 5 पदों के विरूद्ध 11 अधिवक्ताओं ने अपनी दावेदारी पेश की है जिनमें अमरजी जैन, अम्बिका प्रसाद मिश्रा, अशोक कुमार सिन्हा, आकाश कश्यप, आशीष शुक्ला, उमाभारती साहू, नितेश कुमार, बलराम सिंह बिसेन, भरतदास वैष्णव, रणजीत दास, शैलेश तिवारी शामिल हैं। कार्यकारिणी सदस्य महिला आरक्षित एक पद के लिए तीन महिला अधिवक्ताओं कु.प्रतिमा नाग, कु.चन्द्रकला साहू और पूनम ताम्रकार ने अपनी दावेदारी पेश की है।
चुनाव प्रचार समाप्त होने के एक दिन पूर्व आज प्रत्याशी सारा दिन जोरदार जनसंपर्क में जुटे रहे। उन्होंने अपने पक्ष में मतदाताओं को रिझाने का भरपूर प्रयास किया। पहले पदाधिकारी रह चुके प्रत्याशी जहाँ अपने पूर्व कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान करते रहे वहीं नये उम्मीदवारों ने अपनी योजनाओं और वादों से मतदाताओं को अपने पक्ष में मोडऩे का प्रयास किया है। कई प्रत्याशी जहाँ समर्थकों की भीड़ के साथ जनसम्पर्क करते दिखे तो वहीं कुछ ऐसे प्रत्याशी भी थे जो अकेले ही मतदाताओं से मिलकर अपने लिए सहयोग और समर्थन माँगते देखे गये।