उज्जैन। उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में हिंदू शख्स अभिषेक की आईडी पर मुस्लिम युवक के घुसने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार युवक की पहचान कर्नाटक के मोहम्मद यूनुस मुल्ला के रूप में हुई है और वह अपनी दोस्त खुशबू यादव के साथ उज्जैन आया था। महाकाल पुलिस ने उसे आईपीसी की धारा 420 के तहत गिरफ्तार किया है।
मोहम्मद यूनुस वह एक हिंदू युवती के साथ मंदिर में प्रवेश कर रहा था और दोनों को मंदिर समिति के कर्मचारियों ने पुलिस को सौंप दिया। इस मामले को अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री अवधेशपुरी महाराज ने गंभीर बताया है और उससे जुड़े सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए लखनऊ की खुशूब यादव के साथ अभिषेक दुबे नाम के युवक का रजिस्ट्रेशन था। अभिषेक दुबे की आईडी भी तैयार की गई थी। यह लोग सुबह जब भस्म आरती के लिए महाकाल मंदिर के गेट क्रमांक छह से बायोमेट्रिक्स जांच के लिए पहुंचे तो वहां अभिषेक दुबे की आधार कार्ड की आईडी से खुशबू यादव के साथ पहुंचे युवक का मिलान किया गया। शक्ल का मिलान नहीं होने पर उन्हें वहीं रोक लिया।
जाँच पड़ताल के दौरान युवक के पास दूसरी आईडी भी मिली
खुशबू यादव के साथ भस्म आरती में पहुँचे युवक का चेहरा अभिषेक दुबे वाली आईडी से नहीं मिलने पर जब जांच पड़ताल की गई तो उसके पास दूसरा आधार कार्ड भी मिला। दूसरी आईडी के फोटो से उसका चेहरा मिलने पर पता चला कि उसका नाम मोहम्मद यूनुस मुल्ला है। वह केरल का रहने वाला पाया गया। इसके बाद खुशबू और फर्जी आईडी वाले युवक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया।
अवधेशपुरी ने की कठोर कार्रवाई की मांग
मोहम्मद यूनुस मुल्ला के अभिषेक दुबे के नाम से महाकाल मंदिर में प्रवेश की कोशिश को स्वस्तिकपीठाधीश्वर और उज्जैन अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री डॉ. अवधेशपुरी महाराज ने इस घटना से मंदिर की सुरक्षा को खतरा बताया है। उन्होंने फर्जी आईडी से प्रवेश की कोशिश को मंदिर प्रबंध समिति की सुरक्षा व्यवस्था में खामी कहा है। यह भी कहा गया कि जब मुस्लिमों के मक्का मदीना में हिंदुओं के प्रवेश पर सख्त पाबंदी है तो मंदिर में मुस्लिमों के प्रवेश को भी रोका जाना चाहिए।