भिलाईनगर 24 दिसंबर 2021:- शिवानंद योग निकेतन नेहरू नगर, भिलाई के तत्वाधान में विगत 15 वर्षों से श्री रामकथा का आयोजन प्रतिवर्ष किया जा रहा है। इस वर्ष कृष्णा पब्लिक स्कूल, नेहरू नगर, में आज 24 को रामकथा का शुभारंभ दोपहर 3:00 बजे से संध्या 6:00 बजे तक कथा व्यास पं. नीलमणि दीक्षित (नित्य सत्संग मंडल दमोह) द्वारा किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिगणों को माल्यार्पण करके किया गया। उनके अभिनंदन के पश्चात् आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नीलमणि जी दीक्षित, कृष्णा ग्रुप के चेयमेन श्री एम. एम. त्रिपाठी जी व अन्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का आरंभ किया गया।प्रारंभ में कृष्णा आर्टस एवं म्यूजीक कालेज की प्राध्यापिका श्रीमती ज्योति शर्मा के सानिध्य में अन्य अध्यापिकाओं व छात्रा अनुपमा बेनर्जी ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी।रामचरित मानस के ग्रंथ पूजन के पश्चात नीलमणि दीक्षित जी तथा एम. एम. त्रिपाठी जी का पुष्पा दुबे, आर. एस. पाण्डेय, श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी, नरेश घोंसला ने पुष्प गुच्छ ने तथा माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया।
शिवानंद योग निकेतन के तत्वावधान से पधारे मंच संचालक श्री रमेश तिवारी जी ने अपने शब्दों में एम. एम. त्रिपाठी जी के विषय में कहा कि वे स्वयं चलते फिरते राम कथा के संकलन हैं। श्री नीलमणि जी दीक्षित के विषय में कुछ कहना सूरज को दीपक दिखाने जैसा होगा । नामनिष्ठ संकीर्तनाचार्य पंडित श्री शिवशंकर जी दीक्षित दादा जी दमोह के उत्तराधिकारी श्री पं. नीलमणि दीक्षित जी का जन्म 1959 को दमोह में हुआ। वे बाल्यपन से ही पिताश्री के संकीर्तन निष्ठा व रामचरित मानस की सतत आवृत्ति में पले बढ़े ये शासकीय सेवा में भी रहे किंतु कीर्तन व मानस का रंग आप पर दिन व दिन चढ़ता गया और विगत 27 वर्षों से आप राम कथा का सरस गायन कर रहे हैं। सुमधुर कंठ से रस विभोर कर देने वाली कथा शैली को धारित करने वाले मानस को क्रमानुसार श्रोताओं को समक्ष रखते है जिससे श्रोता भाव विभोर हो उठते हैं।आज के कार्यक्रम में उनकी मानस कथा को सुनकर लोगों में मानस संदर्भ, प्रसंग और मार्मिक भाव उत्पन्न हो गए। मध्यप्रेदश के दमोह में उनके निज निवास स्थान पर भी अनवरत रामकथा का संचालन होता रहता है।आज के मानस कार्यक्रम में पं. श्री नीलमणि जी दीक्षित ने राम भगवान व सीता माता के जन्म के विषय में गायन के माध्यम से चर्चा करते हुए सुन्दर प्रस्तुति दी तथा उसकी संदर्भ तथा प्रसंग सहित व्याख्या कर लोगों को मंत्रमुग्ध किया। कृष्णा ग्रुप के चेयरमेन एम. एम. त्रिपाठी जी ने अपने उद्बोधन में कर्म के महत्व को उजागर करते हुए रत्नाकर डाकू की चर्चा करते हुए बताया कि किस प्रकार वे एक डाकू से धर्मपरायण बन गए। त्रिपाठी जी जिनके यू ट्यूब पर 106 से अधिक धर्म कथाओं का व्याख्यान जिनमें कर्म योग, भक्तियोग, जीवन और मृत्यु की आध्यात्मिकता आदि संचालित हो चुके हैं।आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिवानंद योग निकेतन, नेहरू नगर भिलाई के नरेश खोसला जी, पी. दुबे, अरूण हांडा, अरूण परती, शशि सुपे, गोस्वामी जी का योगदान सराहनीय रहा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद त्रिपाठी , प्रमोद त्रिपाठी , श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी तथा म्युजिक एवं आर्टस् डिपार्टमेंट के शिक्षक, शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे । रामकथा मानस की बेहतरीन प्रस्तुति ने लोगों को भावविभोर कर दिया और श्रोतागण अपने स्थान पर एकाग्रचित होकर बहुत शांत मन से उनकी रामकथा श्रवण करते रहे।