बच्चे काफी प्रतिभाशाली हैं उन्हें प्रोत्साहित करने की जरूरत – विभा झा
भिलाईनगर। के एच मेमोरियल स्कूल में 26 दिसंबर रविवार को क्रिसमस के अवसर पर ड्राइंग कॉम्पटीशन क्रिसमस कर्निवाल का आयोजन किया गया। कॉम्पटीशन में दुर्ग भिलाई के विभिन्न स्कूलों से कुल 262 स्टूडेंट्स ने भाग लिया। दो ग्रुप में आयोजित इस कंपटीशन में ए ग्रुप में जहां खुशी टंडन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं बी ग्रुप में अराध्या सिंग ने बाजी मारी। फस्र्ट आए विजेताओं को पुरस्कार के रुप में साइकिल प्रदान किया गया। सेकंड आए विजेताओं को सिल्वर मेडल एवं थर्ड आए स्टूडेंट को ब्रांज मेडल से सम्मानित किया गया. कॉम्पटीशन में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को सर्टिफिकेट दिया गया।
कॉम्पटीशन शुरू होने से पहले स्कूल के बच्चों ने क्रिसमस त्यौहार को लेकर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। प्रभु यीशु के जीवन पर आधारित ड्रामा की प्रस्तुति से बच्चों ने दर्शकों को काफी रोचक जानकारी दी। बच्चों ने अपने अभिनय से सबका दिल जीत लिया। बच्चों ने प्रभु यीशु की प्रार्थना पर आधारित कोरल सॉन्ग एवं बेली डांस से दर्शक के रूप में उपस्थित पेैरेंट्स को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसिपल मैडम विभा झा ने अपने संबोधन में कहा कि दुर्ग भिलाई के विभिन्न स्कूलों से जिस बड़ी संख्या में बच्चों ने इस कॉम्पटीशन में भाग लिया है उसने हमारा उत्साह बढ़ाया है। पिछले 2 वर्षों से स्कूल बंद थे इसलिए हम किसी प्रकार की एक्टिविटी नहीं कर पा रहे थे। लेकिन क्रिसमस पर्व के साथ ही हमने इसकी शुरुआत कर दी है। के एच मेमोरियल स्कूल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए प्रिंसिपल मैडम ने कहा कि ना केवल एकेडमी क्षेत्र में बल्कि स्पोट्र्स और कल्चरल के क्षेत्र में भी इस स्कूल ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। कॉम्पटीशन में अपने बच्चों को लेकर पहुंचे पेैरेंट्स का धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि आजकल के बच्चे काफी प्रतिभाशाली हैं उन्हें प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्होंने पेरेंट्स से अनुरोध किया कि अपने बिजी टाइम में कुछ समय निकालकर वे बच्चों के साथ बैठे और उनसे केवल पढ़ाई की ही नहीं अन्य बातें भी करें। इससे बच्चे अपनी मन की बात कहेंगे जिससे पेरेंट्स को उन्हें गहराई से समझने में आसानी होगी और बच्चों की छोटी-छोटी समस्याओं का हल निकाल पाएंगे।
स्कूल के डायरेक्टर निश्चय झा ने कहा कि पिछले 2 वर्षों से कोई कॉम्पटीशन नहीं हुआ है लेकिन अब स्कूल द्वारा हर वर्ष इस तरह की प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। इसलिए जो बच्चे इस बार जीत ना पाए वे निराश ना हो। अगले साल फिर तैयारी करके आएं। कॉम्पटीशन में फस्र्ट प्राइज ही रखे जाने को लेकर उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के इस जमाने में फस्र्ट की ही वैल्यू है। इसलिए प्रयास यह हो कि हम हमेशा फस्र्ट आएं।
तत्पश्चात 2 ग्रुपों में कॉम्पटीशन की शुरुआत हुई। ए ग्रुप में 3 से 5 वर्ष के बच्चों को तथा बी ग्रुप में 6 से 10 वर्ष के बच्चों को बिठाया गया। बच्चों ने जब अपने सधे हाथों से ड्राइंग बनाना शुरू किया तो टीचर देखते रह गए। बच्चों ने हर विषय पर ड्राइंग बनाएं। कोरोना, पर्यावरण, जल संरक्षण, प्रदूषण, वृक्षारोपण जैसे गंभीर विषयों पर बच्चों की ड्राइंग देखकर जज भी आश्चर्यचकित रह गए। जज के रूप में शिक्षक अजय नामदार एवं दीपिका नामदार ने सभी बच्चों के बनाए पेंटिंग्स का अवलोकन किया। बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग में से जज एवं स्कूल मैनेजमेंट द्वारा कुछ पेंटिंग्स का चयन किया गया और उनमें से विजेताओं की घोषणा की गई।
कॉम्पटीशन समाप्त होने के पश्चात के एच ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन के.के. झा ने इस कॉम्पटीशन की सफलता के लिए पेरेंट्स को धन्यवाद दिया। सोशल मीडिया के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि आज के पेरेंट्स काफी जागरूक हैं इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से ही आज वह अपने बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचे हैं। दुर्ग भिलाई के विभिन्न स्कूलों से जिस संख्या में बच्चे यहां आए हैं उसे देखकर स्पष्ट है कि के एच मेमोरियल स्कूल का नाम केवल औद्योगिक क्षेत्र, वैशाली नगर या फिर पटरी पार तक ही सीमित नहीं बल्कि पूरे दुर्ग भिलाई के लोग भली-भांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे जब ड्राइंग कर रहे थे तो वह उन्हें देख रहे थे। बच्चे जिस गंभीरता एवं तल्लीनता से ड्राइंग कर रहे थे उसे इमेजिन नहीं किया जा सकता। बच्चों का सर्वांगीण विकास आज बहुत जरूरी है। पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में भी इन्हें प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है।
अंत में विजेताओं की घोषणा की गई। विजेताओं को स्कूल मैनेजमेंट एवं जजों द्वारा पुरस्कृत किया गया। ए ग्रुप में पहला स्थान खुशी टंडन को मिला जिसे पुरस्कार के रुप में साईकिल प्रदान किया गया. द्वितीय पुरस्कार अंकित कुमार एवं तृतीय पुरस्कार प्रिया कुमारी को मिला. बी ग्रुप में प्रथम पुरस्कार अराध्या सिंग ने जीता. उन्हें भी पुरस्कार के रूप में एक साइकिल प्रदान की गई. द्वितीय पुरस्कार भूवी साहू एवं तृतीय पुरस्कार रूचिका को मिला.है।