सुदुर वनांचल नक्सल प्रभावित संवेदनशील,बैगा बाहुल्य ग्राम पंचायत अमनिया मे कबीरधाम पुलिस का ओपन हाउस कार्यक्रम का आयोजन

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कबीरधाम 28 दिसंबर 2021:- मंत्रालय भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग और चाईल्ड लाइन इंडिया फॉउंडेशन के सहयोग से आस्था समिति क्रियान्वित चाईल्ड लाइन परियोजना 1098 कबीरधाम एवं महिला सेल कबीरधाम पुलिस के द्वारा डॉ लाल उमेंद सिंह पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन एवं श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्रीमती मोनिका सिंह परिहार उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय और दौलत राम कश्यप अध्यक्ष एवं निदेशक आस्था समिति के निर्देशानुसार आज 28 दिसंबर को सुदुर वनांचल नक्सल प्रभावित संवेदनशील विशेष संरक्षित जनजाति बैगा बाहुल्य क्षेत्र के ग्राम पंचायत अमनिया* थाना कुकदुर जंगल, विकासखण्ड पंडरिया में बच्चों कि सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी के तहत ओपन हाउस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में श्रीमती रमा कोष्ठी निरीक्षक प्रभारी महिला सेल कबीरधाम पुलिस, चित्रारेखा राडेकर काउंसलर चाईल्ड लाईन कबीरधाम, प्रियंका माठले और जयंती मुराली कार्यकर्ता आंगनबाड़ी, सुधीया बाई, सिया बाई, सुकरती बाई, समारिन धुर्वे, अमरबती बाई मितानिन, बच्चों, महिलाओं एवं ग्रामीणों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती रमा कोष्ठी निरीक्षक प्रभारी महिला सेल ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा के लिए निः शुल्क 1098 हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके मदद प्राप्त कर सकते हैं।उन्होंने ग्रामवासियों से अपील किया कि कोई भी बाल विवाह नही करेगा सभी को कानून का पालन करना है। बच्चों को गुड टच एवं बेड टच की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी व्यक्ति यदि आपको स्पर्श करता है, वह आपको अप्रिय/नापसंद लगता है तो वह बेड टच है। हमें सतर्क हो जाना चाहिए। यदि कोई ऐसा करे तो आप अपनी सुरक्षा के लिए तीन महत्वपूर्ण कदम / उपाय अपनाएं। पहला जोर से चिल्लाएं, दूसरा उस स्थान से तुरंत भाग जाइये, और तीसरा अपने भरोसेमंद व्यक्ति पिता, माता, दोस्त, परिवार के वरिष्ठ व्यक्ति को अवश्य बताइए। इसकी सूचना आप चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, डायल 112 में भी दे सकते हैं। उन्होंने महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा जिले में महिलाओं को विशेष सुविधा देने के लिए महिला सेल, सखी सेंटर बनाया गया है, ऐसे संस्थान में जाकर महिलाएं घरेलू हिंसा, मारपीट, अत्याचार, बलात्कार से पीड़ित हैं तो सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

शासन द्वारा सभी महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान किया जाता है। उन्होंने महिला अपराध, बाल अपराध, साइबर ठगी, गुमशुदा, ऑनलाइन ठगी के संबंध में विभिन्न कानुनों कि जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने बच्चों को यातायात अधिनियम के तहत बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे वाहन का उपयोग न करें, उन्होंने महिलाओं को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से रोकथाम क़ानून कि जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं के सुरक्षा के लिए मोबाईल एप्प लांच करने वाली है। जिससे महिलाओं को सुरक्षा, अपराधों पर लगाम लगाने विशेष मदद होगी। इसके बारे में उपयोग करने की विधि से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में उपस्थित चित्रारेखा राडेकर काउंसलर चाइल्ड लाईन के द्वारा बताया गया कि चाइल्ड लाईन 1098 एक राष्ट्रीय इमर्जेंसी निःशुल्क फोन एवं आउटरीच सेवा है, ऐसे बच्चों के लिए जिन्हें देखभाल एवं संरक्षण की जरूरत है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर बच्चों को मदद के लिए निःशुल्क फोन करके सेवा प्राप्त कर सकते हैं। यदि कोई बच्चा बीमार है, गुमशुदा है, भीख मांगते हुए, कबाड़ी चुनते हुए, अनाथ, बेघर, बेसहारा, लावारिश, अज्ञात बच्चे दिखें तो तुरंत निःशुल्क नंबर 1098 पर अनिवार्य फोन करें। ओपन हाउस कार्यक्रम में विशेष संरक्षित जनजाति बैगा किशोरी बालिकाओं को माहवारी (मासिक धर्म) के मिथक, भ्रम, अफवाह एवं स्वच्छता के सम्बंध में जागरूक किया गया। ग्राम पंचायत के 139 किशोरी बालिकाओं को सेनेटरी पैड का वितरण किया गया। कार्यक्रम में कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए आयोजन किया गया। कार्यक्रम में चंद्रकांत केंद्र समन्वयक, महेश निर्मलकर, तबस्सुम खान, रामलाल पटेल, दीपक यादव टीम मेम्बर चाईल्ड लाइन, मानस पटेल, ग्रामवासी एवं बच्चों की उपस्थिति रही।


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