लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी गिरफ्तार, फर्जी अधिकारी बनकर करते थे कॉल, अलग-अलग खातों में जमा कराए 97 लाख रुपए से अधिक रकम, 2 आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, नगदी रकम 1 लाख 30 हजार बरामद

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मोबाइल,लैपटॉप,फर्जी खाते, सिम कार्ड जप्ती
धोखाधड़ी के रकम से खरीदा दिल्ली में फ्लैट
धोखाधड़ी के रकम से खरीदे सोने चाँदी के जेवरात जप्त
कोरबा। महेंद्र कुमार साहू पिता सीताराम साहू निवासी एचटीपीपी कॉलोनी दर्री कोरबा वेस्ट के द्वारा थाना दर्री में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी के द्वारा 12 सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री मुद्रा लोन प्राप्त करने हेतु वेबसाइट पर सर्च कर ऑनलाइन आवेदन जमा किया था । उसी आवेदन के आधार पर जय किशन नामक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन का फर्जी अधिकारी बनकर फोन किया और बैंक का बड़ौदा से 15 लाख रुपए लोन स्वीकृत हो जाने की जानकारी देकर प्रोसेसिंग फीस के लिए हजार 80 हजार रुपए की मांग किया , फिर रकम ट्रांसफर करने हेतु 70 हजार रुपए की मांग किया । प्रार्थी इनके बहकावे में आकर इनके बताए अनुसार खातों में रकम ट्रांसफर कर दिया ।

इसके पश्चात अनिल दत्त नामक फर्जी अधिकारी ने दूसरे मोबाइल से फोन कर 5त्न जीएसटी एवं एनओसी हेतु 29 हजार 432 रुपए जमा करने हेतु कहा । प्रार्थी को शंका होने पर उसने लोन निरस्त करवा दिया । तब सुनील दत्त नामक बैंक अधिकारी ने फोन कर कहा कि आपका लोन 30 लाख रुपए स्वीकृत हो गया है । जिसे ले लीजिए नही तो आपके द्वारा अभी तक जमा कराए गए रकम भी वापस नही होगा । प्रार्थी महेंद्र कुमार इनके बातों में आकर अलग-अलग किस्तों में 97 लाख 29 हजार 256 रुपए अलग-अलग खातों में जमा करवा दिया । प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना दर्री में अपराध क्रमांक 264/2021 धारा – 420, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ किया गया ।


पुलिस अधीक्षक कोरबा भोज राम पटेल द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व एवं नगर पुलिस अधीक्षक सुश्री लितेश सिंह के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी दर्री निरीक्षक पौरुष पुर्रे एवं सायबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक कृष्णा साहू को मामले की जांच कर आरोपीगण के गिरफ्तारी हेतु जिम्मेदारी सौंपी गई ।
मामले में आरोपीगण के द्वारा उपयोग किए गए बैंक खातों एवं अन्य तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपीगण को दिल्ली में होना ज्ञात होने पर गिरफ्तारी हेतु निरीक्षक अनिल पटेल के नेतृत्व में टीम दिल्ली भेजा गया, जिनके द्वारा मामले में आरोपी नितिन कुमार एवं विजय कुमार को गिरफ्तार कर लाया गया है, जिन्हें न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।


पूछताछ पर आरोपी नितिन कुमार ने बताया कि इस फर्जी गिरोह का सरगना सुनील कुमार नामक व्यक्ति है जो काल सेंटर में बेरोजगार युवकों को नौकरी में रखकर फर्जी काल करवाकर लोगों को लोन के नाम पर फँसाता है, आरोपी नितिन कुमार काल सेंटर में काम करता था साथ ही 10 परसेंट का पार्टनर था। आरोपी विजय कुमार अनपढ़ एवं गरीब लोगों को कुछ रकम देकर फर्जी सिम एवं बैंक खाता प्राप्त करता था। सुनील कुमार व नितिन कुमार अन्य साथियों के साथ मिलकर कॉल सेंटर जैसा ऑफिस बनाकर लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।


मामले में ठगी किए गए रकम से आरोपी नितिन कुमार ने दिल्ली में एक फ्लैट खरीदा है, साथ ही सोने चांदी के जेवरात भी खरीदे हैं। प्रकरण में आरोपी नितिन कुमार से नगदी 1 लाख रुपए, सोने चांदी के जेवरात, फ्लैट के दस्तावेज, एक लैपटॉप, वाईफाई राउटर एवं अलग-अलग कंपनियों की सिम बैंक खाते, एटीएम कार्ड तथा मोबाइल जप्त किए गए हैं। आरोपी विजय कुमार के पास से नकदी रकम 30 हजार रुपए अलग-अलग कंपनियों के फर्जी सिम बैंक खाते एवं मोबाइल जप्त किए गए हैं।


उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी दर्री निरीक्षक पौरुष पुर्रे, निरीक्षक अनिल पटेल,उप निरी कृष्णा साहू, प्र.आर नंद लाल टण्डन, आर.विरकेश्वर सिंह, प्रशांत सिंह, योगेश राजपूत, वीरेंद्र पटेल, विकास कोसले एवं गोपाल यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।
गिरफ्तार आरोपीगण – नितिन कुमार पिता स्व दिनेश कुमार, 29 वर्ष, निवासी विजय विहार फेस 01 थाना विजय विहार पश्चिमी दिल्ली एवं विजय कुमार पिता दिलीप सिंह, 26 वर्ष, निवासी ग्राम निपनिया थाना इशवापुर जिला छपरा बिहार वर्तमान पता सेक्टर 58 नोएडा जिला गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश।


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