भिलाईनगर। देश के प्रसिद्ध हरिवल्लभ जयंती सम्मेलन की 146वीं कड़ी की शुरुआत छत्तीसगढ़ की बेटी भिलाई निवासी पूनम सर्पे के तबला वादन से हुई। श्रीदेवी तालाब मंदिर जालंधर में आयोजित उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित थे। श्रीबाबा हरिबल्लभ जयंती स्पर्धा 2019 सीनियर केटेगरी की विजेता पूनम सर्पे ने कॉमर्स में मास्टर डिग्री के साथ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से एम.ए. तबला किया। उन्होंने तबले की प्रारंभिक शिक्षा पिता एवं गुरु गोवर्धनलाल सर्पे से अर्जित की। तत्पश्चात पंडित सुरेश भट्ट (खैरागढ़) एवं देश के विख्यात तबलावादक पार्थसारथी मुखर्जी से शिक्षा ली।
उन्होंने विभिन्न संगीत समारोह, युवा महोत्सव तथा स्थानीय संगीत सम्मेलनों में एकल के साथ-साथ कथक एवं खजुराहो डांस स्पर्धा में तबला वादन किया। उन्हें भजन सम्राट अनूप जलोटा के साथ भी तबला वादन का अवसर मिला। दूरदर्शन एवं आकाशवाणी रायपुर में भी उन्होंने तबला वादन किया है। उन्हें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवार्ड, होनहार कलाकार सम्मान तथा उत्कृष्ट महिला अलंकरण अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उपरोक्त आयोजन में उनके संगतकार के रूप में उनके अग्रज रामचंद्र सर्पे शामिल थे।
इस तीन दिवसीय समारोह में तेजस्विनी वर्नेकर गायन, विकास साहू शहनाई, उदय भावलकर ध्रुपद, डॉक्टर वर्षा अग्रवाल संतूर, पंडित रोनू मजूमदार बांसुरी, प्रभाकर जोजान ठुमरी, दिव्यांग श्रीवास्तव संतूर, आशुप्रीत कौर व अनुवाला गायन, असगर हुसैन वायलिन, सानिका कुलकर्णी गायन, पुरबयान चटर्जी सितार और पंडित विजय घाटे तबले की जुगलबंदी, मनोज सोलंकी पखावज, डॉक्टर अलंकार सिंह गायन, सुभाष घोष सरस्वाणी वादन, सानिया पाटणकर गायन, सुधीर पांडेय तबला तथा कौशिकी चक्रवर्ती का गायन हुआ। देश के विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकार एवं संगीत प्रेमी उपस्थित थे।