दुर्ग। नए वर्ष में मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने प्रदेश वासियों को एक और सौगात दी। मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास कार्यालय से डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रणाली का शुभारंभ किया। इस अनुज्ञा प्रणाली से अब नगरवासी अपने अशियाने के लिए मात्र कुछ ही सेकंड में भवन की अनुज्ञा प्राप्त कर सकेंगे। डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रणाली से 500 वर्गमीटर के आवासीय भूखंडों के लिए लोगों को सरल एवं सुलभ तरीके से भवन की अनुज्ञा प्राप्त होगी। जिसका आवेदन शुल्क मात्र 01 रूपए होगा। आज वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश के लिए डायरेक्ट बिल्डिंग परमिशन स्कीम और सॉफ्टवेयर सिस्टम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस प्रणाली का सरलीकरण आम जनों के हित को ध्यान में रखकर किया गया है। इससे नगर पालिका निगम के क्षेत्र में आने वाली एक बड़ी आबादी को लाभ पहुंचेगा। लोगों के घर का नक्शा घर बैंठे-बैंठे ही पास हो जाएगा। इससे कालोनियों के नियमितीकरण का रास्ता साफ होगा और भवन निर्माण अनुज्ञा के साफ्टवेयर के माध्यम से आसानी से निगरानी भी रखी जा सकेगी।
इस अवसर पर दुर्ग के महापौर धीरज बाकलीवाल ने मुख्यमंत्री को अपना आभार व्यक्त किया और मुख्यमंत्री से कहा कि आपके मार्गदर्शन में प्रदेश प्रतिदिन नया आयाम छू रहा है। इस अनुज्ञा प्रणाली से आम जनता को बहुत बढ़ी राहत मिलेगी। अब जिले के नागरिक घर बैठे ही वांछित डॉक्यूमेंट अपलोड करके सिंगल क्लिक में भवन अनुज्ञा प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर अरूण वोरा विधायक दुर्ग, हरेश मण्डावी आयुक्त नगर निगम दुर्ग और अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण उपस्थित थे।