अकलतरा 06 जनवरी 2022:- अकलतरा में सद्गुरु स्वामी कृष्णानंद जी महाराज जी का दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में स्वामी जी ने बताया कि परमात्मा ने आपको जितना दिया है वह आपकी क्षमता से अनंत गुना ज्यादा दिया है। परमात्मा के प्रति हमेशा अहोभाव से भरना चाहिए।कहा गया है कि परमात्मा अनंत हैं उनकी कथा भी अनंत है। हरि अनंत हरि कथा अनंता ।। सब अपने-अपने पहुंच के अनुसार व्याख्या करते है। शरीर को ही सब कुछ समझ लेना ज्ञान नहीं है । शरीर यह आत्मा का , परमात्मा का रहने के निवास स्थान है। और मनुष्य जन्म हुआ है यह परमात्मा को जानने के लिए हुआ है। और योनियां भोग योनियां है। मनुष्य योनि मुक्ति के लिए है लेकिन यह दुखद घटना है कि हम लोग आते हैं किसी काम के लिए और वह काम भूलकर दूसरा काम करने लगते हैं। हम लोगों का काम है , महात्मा का , संत का , संन्यासी का , काम है याद दिलाना। जो आपको ड्यूटी दी गई है , जो काम दिया गया है , उसको तो करें। जो आप देखते हैं साधु – महात्मा – सन्यासी उनको याद आ गया है इसलिए वे अपने काम में लग गए हैं साधु सन्यासी का मतलब यह नहीं कि घर छोड़कर हमारे जैसा दाढ़ी बढ़ा कर चल दिए। राजा जनक भी घर में रहते हुए भी आत्मा ज्ञान को प्राप्त किए। आप जहां हैं वहीं से यात्रा कर सकते हैं। जरूरत है एक कदम आगे बढ़ाने के लिए। हम कहते हैं कि आप यदि एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो परमात्मा दस कदम आगे बढ़ाता है। लेकिन पहले कदम तो निकाले। आप धर्म पथ पर रहो भजन सुमिरन परमात्मा का चिंतन करो परमात्मा आपकी चिंता करेगा।सब चिंता आप क्यों अपने शिर पर ले लेते हो। हम सुबह से शाम तक मिलते हैं लोगों से सब चिंता अपने लड़के और लड़की की चिंता से परेशान हैं।
लड़का – लड़की परमात्मा ने ही नहीं दिया है। जो परमात्मा दिया है वह उसकी व्यवस्था भी करेगा । देखो कोरोना आया बहुत सारे बच्चे ऐसे हैं दस हजार बच्चे ऐसे हैं जिनके मां-बाप दोनों खतम हो गए लेकिन उन लोगों की व्यवस्था अब सरकार देख रही है। सुप्रीम कोर्ट देख रहा है। उन सब लोगों के नाम पर पैसा भी जमा हो रहा है। स्कूल विद्यालय में पढ़ने के लिए मुक्त व्यवस्था भी कर दी गई है। मान लो आपकी जमीन है आप रक्षा नहीं कर पा रहे हो सरकार टेकओवर कर ली तो सरकार जो है उस जमीन की रक्षा करने के लिए सरकार के पास पुलिस है , मिलिट्री है , फोर्स है वह बहुत अच्छे से सुरक्षा करती इससे भी ज्यादा परमात्मा में आस्था रखो। हम लोग कहते हैं कैसे आस्था रखे हमारा कुछ काम हो जाए तब न। जितना परमात्मा आपको दिया है आपकी क्षमता से ज्यादा दिया है। जैसे जैसे हम परमात्मा को उपलब्ध होते हैं , प्रेम को उपलब्ध होते हैं , वासना समाप्त होने लगती है हमको अहोभाव से भरना चाहिए। जितनी मेरी क्षमता है , जितनी मेरी शिक्षा है दीक्षा है उसे परमात्मा अनंत गुना ज्यादा दिया है