भिलाईनगर। संयंत्र ने अपने कार्मिकों तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए कोविड केयर हेतु निरन्तर कई कदम उठाए है जिसमें बेड की संख्या में वृद्धि करने के साथ ही ऑक्सीजन बेड की संख्या में भी बढ़ोत्तरी की गयी है। इसी प्रकार आईसीयू बेड से लेकर टेस्टिंग तक सभी सुविधाओं में निरन्तर वृद्धि की जा रही है। इसके साथ ही बचाव के लिए टीकाकरण अभियान में भी तेजी लायी गयी है। परंतु आज कोविड के बढ़ते केस के कारण बीएसपी के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल व अनुसंधान केन्द्र में कोविड मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इस तीसरी लहर में अधिकांश मरीज ऐसे है, जिन्हें चिकित्सालय में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। इस संदर्भ में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डॉ एस के इस्सर ने मरीजों से संयम व धैर्य बरतने की अपील की है। साथ ही मेडिकल बिरादरी पर भर्ती करने हेतु अनावश्यक दबाव न बनाने का अनुरोध किया है।
डॉ इस्सर ने कहा है कि मरीज की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सक द्वारा आवश्यक ट्रीटमेंट प्रदान किया जा रहा है। अस्पताल के लिए गंभीर मरीजों की चिकित्सा पहली प्राथमिकता है। अत: कोविड के सामान्य सिम्टम वाले मरीजों से अपील है कि वे सीधे अस्पताल में भर्ती होने की जिद न करें। कोविड के कई मरीजों को उनकी स्थिति को देखते हुए होम आइसोलेशन में चिकित्सा प्रदान किया जा रही है। जिसके तहत मरीजों को आवश्यक सलाह के साथ, निर्धारित दवाईयों की किट भी प्रदान किया जा रहा है। साथ ही इनके मॉनीटरिंग के लिए चिकित्सकीय टीम का निर्माण किया गया है। मरीजों को घबराने की आवश्यकता नहीं है बल्कि यह समय सावधानी बरतने का है।
मेडिकल के ईडी डॉ एस के इस्सर ने कोविड मरीजों से इसके इलाज में सहयोग करने की अपील करते हुए लोगों को व्यवस्था बनाये रखने हेतु निम्न सुझाव दिए हैं-
सभी कोविड मरीज अपने ऑक्सीजन लेवल की नियमित जांच करें और अगर साँस लेने में तकलीफ हो तो अस्पताल से संपर्क करें। डॉक्टरों पर माइल्ड सिम्टम वाले कोविड मरीजों को अनावश्यक रूप से भर्ती करने का दबाव न बनायें। मरीजों की गंभीरता व क्रीटिकल कंडीशन को देखते हुए अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। इसी प्रकार किसी कोविड ग्रसित व्यक्ति से एक्सपोज होने की स्थिति में तुरंत कोविड टेस्ट न करायें। तुरंत कराते ही यह टेस्ट नेगेटिव आयेगा। अत: एक्सपोज होने के तुरन्त बाद तत्काल टेस्टिंग कराने का फायदा नहीं होता है। इसलिए आप सभी से विनती है कि एक्सपोज होने के बाद अगर किसी प्रकार का सिम्टम दिखाई दें तो ही कोविड की जांच करायें।
टेस्ट रिपोर्ट आने तक यहाँ-वहाँ न घुमें। जांच कराने के पश्चात नेगेटीव रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रहें। बीएसपी अस्पताल में कोविड के इलाज हेतु शासन द्वारा निर्धारित सभी दवाएं उपलब्ध है। कोविड मरीजों का इलाज शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप किया जा रहा है। बीएसपी अस्पताल में कोविड इलाज की किसी भी दवा की कोई भी कमी नहीं है। अत: दवाओं की कमी जैसे अफवाहों व समाचारों से भयभीत न हों। मुझे कोविड नहीं हो सकता, मेरे दोस्त से मुझे कोविड नहीं हो सकता, इस प्रकार के अनेक मिथकों व अति आत्मविश्वास से अवश्य बचें। कई लोग मास्क सही ढंग से नहीं लगाते हैं, मास्क नाक के नीचे लगाते हैं। कृपया सहीं ढंग से मास्क लगायें, जिसमें नाक व मूंह पूरी तरह से ढका रहे। इसी प्रकार कोविड पॉजीटिव मरीजों को तत्काल सिटी स्केन करने का आग्रह नहीं किया जाना चाहिए। सिटी स्केन कराने का निर्णय डॉक्टरों पर छोडऩा बेहतर होगा। सोशल मीडिया में घुम रहे इलाजों से सचेत रहें। डॉक्टरों को अपने सोशल मीडिया ज्ञान से परेशान न करें। डॉक्टर मरीजों की स्थिति को देखते हुए बेहतर चिकित्सा उपलब्ध करा रहे है। चिकित्सकों पर पूरा भरोसा बनाये रखें।
जब तक अति आवश्यक न हो अस्पताल में न आयें। इसके साथ ही निरन्तर मास्क लगाये। साबुन से हाथ धोएं। सामाजिक दूरी बनायें रखें। आवश्यक होने पर सेनेटाइजर का प्रयोग करें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जायें। अन्य लोगों को भी कोविड प्रोटोकाल फॉलो करने हेतु प्रेरित करें। अपना इलाज स्वयं न करें। चिकित्सक व सम्पूर्ण मेडिकल बिरादरी अपनी जान को जोखिम में डालकर सेवा में लगी हुई है। अत: आप सभी से अपील है कि अपने व्यवहार व संयम से मेडिकल बिरादरी को सहयोग प्रदान करें। सभी नागरिकों से अपील है कि वे कोविड का टीका का दोनों डोज अवश्य लगवायें।
आपका जीवन अमूल्य है इसलिये सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करें। आज कोविड से बचाव में हमारी सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। सुझाये गये सभी उपायों का कड़ाई से पालन करें। सिम्टम आने से टेस्ट करवाये और चिकित्सकीय सलाह से ही इलाज प्रारंभ करें।