भिलाईनगर। भिलाई निगम के कांग्रेस पार्षद इंजीनियर सलमान और एमआईसी सदस्य मन्नान गफ्फार खान ने जीत की खुशी में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के आरोप को बेबुनियाद करार दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के पार्षद पीयूष मिश्रा और पूर्व पार्षद छोटेलाल चौधरी को अपने आरोप को साबित करने सबूत पेश करना चाहिए। अगर आरोप सही साबित होता है तो वे राजनीति छोड़ देंगे। लेकिन आरोप के बेबुनियाद होने पर पीयूष और छोटे लाल को भी अपनी राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए।
एमआईसी सदस्य मन्नान गफ्फार खान ने एक पत्रकार वार्ता में बताया कि सरकुलर मार्केट से लेकर मछली मार्केट तक व्यापारियों ने हमारा स्वागत कार्यक्रम रखा था, एक दिन पूर्व जालंधर का भी स्वागत इन लोगों द्वारा किया गया। पार्षद अब्दुल मन्नान ने आगे कहा कि आतंकवादी देश पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा हमारे और हमारे किसी भी कार्यकर्ता द्वारा नही लगाया गया और इस पूरे घटनाक्रम में इंजीनियर पार्षद सलमान तो मौजूद ही नही थे। यदि भाजपा के नेता कोई भी प्रुफ आडियो विडियो पेश करते हैं तो हम राजनीति छोड़ देंगे। इस मामले की शिकायत एसएसपी बद्रीनारायण मीणा और छावनी थाना में भी की गई है। मामले की निष्पक्षता के साथ जांच की जाये और जो भी इसमें दोषी जो भी है उनके खिलाफ कार्यवाही हो। प्रशासन पारदर्शिता बरते। पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा साबित कर दे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। मैं भी सच्चा हिन्दुस्तानी हूँ।
वहीं वार्ड 35 के पार्षद इंजीनियर सलमान ने कहा कि केम्प में कल घटित घटना की मैं कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। उन्होंने भाजपा के नेताओं, पीयूष मिश्रा, छोटेलाल चौधरी और हरिशंकर पर खुला आरोप लगाते हुए चैलेंज किया है कि भाजपा नेता जिस रेैली में मुझे शामिल होना और पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने की बात कर रहे है, तो ये भाजपा नेता साबित कर दें कि मैं उस रैली में था. मेरे द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया जाना सिद्ध कर दें तो भारत मां और अपनी मां की कसम मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अज्ञातवास में चला जाऊंगा। यदि ये भाजपा नेता साबित नही कर पायेंगे तो क्या वे राजनीति छोड़ेंगे क्या? जिस दिन से मैं राजनीति कर रहा हूं, उस दिने से ये भाजपा नेता व उनके समर्थक मुझे मानिसक प्रताडऩा दे रहे हैं, मेरे समर्थकों को डरा धमका रहे हैं। पत्रकारवार्ता में संतोष साहू, सोनू सेन, हरीश मोहन चौहान, भोलू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और दोनो वार्ड के लोग मौजूद थे।