भिलाईनगर। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने कचांदूर अस्पताल में पहुंचकर कोविड कंट्रोल के लिए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कचांदूर में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है। अस्पताल में व्यापक व्यवस्था एवं बिस्तर इत्यादि के लिए जोन आयुक्त पूजा पिल्ले को जिम्मेदारी है। ऑक्सीजन प्रबंधन कार्यपालन अभियंता के.के. गुप्ता संभालेंगे। इसी प्रकार से सिविल अस्पताल सुपेला में बिस्तर की उपलब्धता जोन आयुक्त मनीष गायकवाड देखेंगे। सुपेला अस्पताल में अक्सीजन प्रबंधन कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा के जिम्मे होगा। कोविड टेस्टिंग, कोविड ट्रेसिंग, कोविड डाटा प्रबंधन एवं टीकाकरण के लिए भी अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके लिए क्रमश: धर्मेंद्र मिश्रा स्वास्थ्य अधिकारी, हरीश ठाकुर, शुभम पाटनी एवं अभिनव ठोकने को कार्य दिया गया है। कोविड केयर को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी हैं।
कोविड केयर के लिए इस बार सीसीएम में विशेष रूप से तैयारियां की गई हैं। कोविड की गंभीर स्थिति में सबसे बड़ी जरूरत आक्सीजन मैनेजमेंट को लेकर होती है इसलिए 625 आक्सीजन सिलेंडर बेड पूरी तरह से तैयार हैं। गंभीर पेशेंट के लिए 30 बेड आईसीयू के और 30 बेड एचडीयू के हैं। अस्पताल में दो आक्सीजन प्लांट्स लगातार आक्सीजन सप्लाई करने लगाये गये हैं। एक प्लांट डीआरडीओ का है और दूसरा सीजीएमएससी द्वारा लगाया हुआ। बैकअप की भी पूरी तैयारी है। 240 जम्बो सिलेंडर उपलब्ध कराये गये हैं। 100 आक्सीजन कंसट्रेटर भी लगाये गये हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मार्गदर्शन में कोविड केयर को लेकर आवश्यक भौतिक अधोसंरचना एवं मेडिकल स्टाफ तैयार कर लिया गया है।
आईसीयू केयर और जनरल केयर के लिए डॉ. बाफना एवं डॉ. चौरसिया सहित चिकित्सकों की टीम मरीजों की स्थिति पर लगातार नजर रखेगी। डॉक्टर शुक्ला ने बताया 24 घंटे मॉनिटरिंग के लिए चिकित्सक टीम की पूरी तैयारी है। उन्होंने बताया कि हमारा फोकस साफ-सफाई पर, सैनिटेशन पर और मरीजों को दिये जाने वाले अच्छे पौष्टिक आहार पर हैं। इसके लिए मेनू तैयार किया गया है। निगम द्वारा सफाईकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम के माध्यम से सारी स्थितियों की लगातार मानिटरिंग होगी। डा. शुक्ला ने बताया कि अस्पताल में आवश्यक सुविधाओं के दृष्टिकोण से लगातार बैठक कर रणनीति बनाई गई और सबसे अच्छी सुविधाएं अस्पताल में मुहैया कराई गई हैं। बीते दिनों सीसीएम में मरीजों के ट्रीटमेंट को लेकर हुए बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये थे कि सबसे ज्यादा फोकस राउंड द क्लाक केयर पर हो। कोविड की स्थिति में मरीजों का मनोबल बनाना बहुत जरूरी होता है। सीसीएम में पिछली लहर में अनेक ऐसे केस आये थे जिनका आक्सीजन लेवल काफी ड्राप हो गया था लेकिन उन्हें भरोसा था कि वे अच्छे ट्रीटमेंट के बूते ठीक हो जाएंगे और ऐसा हुआ भी।
इस बार भी मेडिसीन के साथ ही काउंसिलिंग के पार्ट पर काफी जोर दिया जा रहा है। दूसरी लहर के पश्चात यह आशंका व्यक्त की गई थी कि तीसरी लहर की स्थिति में बच्चे भी संक्रमित हो सकते हैं। ऐसी किसी भी आशंका की दशा में इससे निपटने तैयारी सीसीएम प्रबंधन द्वारा रखी गई है और 25 आईसीयू बेड बच्चों के लिए पृथक से रखे जाएंगे। उल्लेखनीय है कि फायर सेफ्टी के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी सहित अन्य इंतजाम किये गये हैं। वही जरूरत के मुताबिक अन्य संसाधन पर जोर दिया जा रहा है और कलेक्टर के मार्गदर्शन में निगम के अधिकारी लगातार अस्पताल में उचित व्यवस्थाओं के लिए लगे हुए हैं। कोविड पेशेंट की भर्ती की प्रक्रिया भी प्रारंभ है वही मरीज जल्द स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं।