भिलाईनगर। जिला मुख्यालय दुर्ग सहित भिलाई पावरहाउस रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाले यात्रियों का रैपिड एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। इसके पहले हर यात्री के नाम, पता और संपर्क नंबर को सूचीबद्ध किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के साथ रेलवे महकमें के अधिकारी-कर्मचारी भी इसमें जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कहीं ये ही लोग कोरोना स्प्रेडर न बन जाएंए इसलिए सभी की जांच की जा रही है। हालांकि कई यात्री इससे बचते दिखाई दे रहे हैं। जांच के पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम यात्री का नाम, मोबाइल नंबर और पते की जानकारी ले रही है। ताकि कोरोना पॉजिटिव आने की स्थिति में मरीज को ट्रेस किया जा सके और उसकी ट्रेवल हिस्ट्री पता की जा सके।
हाल के दिनों में भिलाई-दुर्ग में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने क्रम में तेजी आई है। इसके चलते स्वास्थ्य अमला सतर्क हो गया है। इसी कड़ी में अब रेल्वे स्टेशन पर भी हर आने जाने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
मेडिकल टीम एक दिन में 200 यात्रियों के टेस्ट का टारगेट लेकर चल रही है। हालांकि यहां सैकड़ों की संख्या में मरीज आ और जा रहे हैं। इनमें से कई लोग जांच कराने से ही बच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि रेंडम टेस्ट भी जरूरी है। साथ ही यह भी माना जा रहा है कि इनमें से कोई एक भी कोरोना स्प्रेडर बन गया तो कई लोगों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। इसी तरह शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में कोरोना की जांच के लिए टीमों को लगाया गया है। ये जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों की एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच कर रही है। सभी जगह चार.चार सदस्यों की टीम को लगाया गया है।
दुर्ग रेलवे स्टेशन पर भी एक डॉक्टरए लैब टेक्नीशियन सहित अन्य स्टाफ को लगाया गया है। जो सुबह 11 बजे से दिन में 3 बजे तक यात्रियों की जांच करते हैं। रेलवे स्टेशन पर तैनात चिकित्सा कर्मी ने लंबी दूरी की ट्रेन से आने वाले सभी यात्रियों की लाइन लगाकर जांच की जा रही है । यात्रियों कई ऐसे भी होते जो जांच कराने से हिचकते हैं। हमें सभी आने.जाने वाले यात्रियों की जांच के आदेश हैं। जांच के बाद रिपोर्ट 24 घंटे में आती है। हम सभी को फोन पर रिपोर्ट बताकर सूचना दे देते हैं।