बेमेतरा। पैर से दिव्यांग दीपक को बैटरी चलित ट्रायसायकल मिलने से अब उसके चलने फिरने की समस्या दूर हो गई है। ट्रायसायकल मिलने से अब उसे कहीं आने जाने मे परेशानी नहीं होगी। लगभग 15 वर्षीय किशोर दीपक ने अपने शिक्षक परमेश्वर सिंह राजपूत के जरिए ट्रायसिकल मिलने की गुहार लगाई थी। दीपक की पीड़ा को समझते हुए शिक्षक ने एक पत्र के माध्यम से कलेक्टर बेमेतरा का ध्यान आकर्षित किया था। कलेक्टर ने इस पत्र को संज्ञान मे लाते हुए समाज कल्याण विभाग को सायकल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। इस विभाग के सहयोग से दीपक महिलांगे को बैटरी चलित ट्रायसिकल प्रदान की। दीपक महिलांग ने मुंहमांगी मुराद पूरी होने (ट्रायसिकल मिलने) पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कलेक्टर एवं एसपी का धन्यवाद ज्ञापित किया। जिससे उसके चेहरे पर मुश्कान के साथ घुम पाने की खुशी झलक रही थी। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह, उप संचालक समाज कल्याण विभाग अजय गेडाम, सिटी कोतवाली प्रभारी प्रेम प्रकाश अवधिया व शिक्षक परमेश्वर सिंह राजपूत भी मौजूद थे।
ज्ञात हो कि नगर पंचायत मारो के वार्ड नंबर 10 निवासी दीपक महिलांगे लगभग 05 वर्ष पहले अपने ननिहाल पड़ोसी जिला मुंगेली के पथरिया विकासखण्ड के ग्राम लमती (किरना) मे पढ़ाई कर रहा था। उसके पास बैटरीरहित ट्रायसिकल थी, जिसके कारण उसे आने जाने मे असुविधा हो रही थी। दिव्यांग दीपक आर्थिक रुप से सक्षम न होने के कारण ट्रायसिकल नहीं खरीद पा रहे थे। दीपक महिलांग ने अपनी इस पीड़ा को शिक्षक परमेश्वर सिंह राजपूत को अवगत कराया। शिक्षक ने कलेक्टर बेमेतरा को पत्र लिखकर ट्रायसिकल दिलाने का भरोसा दिलाया था। इस बारे मे दिव्यांग दीपक महिलांग शिक्षक से समय-समय पर ट्रायसिकल के संबंध मे जानकारी लेते रहता था। बैटरी चलित सायकल मिलने पर दीपक महिलांग अब खुश है अब वह अपने नीजि कार्य से सुगमता पूर्वक आना-जाना कर सकेगा।