दुर्ग 25 जनवरी 2022:- राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 30 जनवरी को कुष्ठ रोग निवारण दिवस मनाया जा रहा है। कुष्ठ रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए 30 जनवरी से 13 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता पखवाड़ा चलाया जाएगा। इस वर्ष अभियान की थीम • कुष्ठ के विरूद्ध आखरी युध्द” निर्धारित की गई है।
सी.एम.एच.ओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी द्वारा कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए किए गए प्रयासों की वजह से हर वर्ष 30 जनवरी को उनकी पुण्यतिथि पर कुष्ठ रोग निवारण दिवस के रूप में मनाया जाता है। पखवाड़े के दौरान जनमानस को यह बताया जाए किं कुष्ठ रोग लाईलाज नहीं है। कुष्ठ रोग का पूर्णतः उपचार संभव है। वहीं कुष्ठ रोग के इलाज में देरी से विकलांगता हो सकती है।
कुष्ठ रोगियों को स्पर्श करने से कुष्ठ रोग नहीं होता है। जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि इस दिवस पर सभी शासकीय कार्यालयों और संस्थाओं में कुष्ठ रोग को लेकर जिलाधिकारी की घोषणा व शपथ पत्र को संबंधित विभागाध्यक्ष द्वारा पढ़ा जाएगा। पीएचसी स्तर पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी और ग्राम स्तर पर सरपंचों को यह जिम्मेदारी दी गई है।
मितानिन, एनएमए व आंगनबाड़ी कार्यकताओं द्वारा प्रचार प्रसार सामग्री वितरित कर जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही कुष्ठ रोग विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों में लक्षण नजर आने पर जाँच करेगी। कुष्ठ में दो तरह के मरीजों के होने की संभावना देखी जा सकती है। एक मल्टीबेसिलरी और दूसरा पोसिबेसिलरी एम.बी मरीज को 12 माह और पी.बी. मरीज को 6 माह तक दवा लेनी होती है।
30 जनवरी को महात्मा गाँधी जी की पुण्यतिथि पर जिला स्तरीय कुष्ठ रोग निवारण दिवस विकासखंड-धमधा में मनाया जायेगा । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रविन्द्र चौबे, केबिनेट मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन होगें एवं अध्यक्षता श्रीमती सुनिता राजीव गुप्ता अध्यक्ष नगर पंचायत, धमधा एवं विशिष्ट अतिथि समशीर अहमद कुरैशी, सभापति स्वास्थ्य समिति जिला पंचायत, दुर्ग बृजेश सिंह क्षत्रिय एस.डी.एम (धमधा) शिव कुमार वर्मा, डॅा गंभीर सिंह ठाकुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ अनिल शुक्ला जिला कुष्ठ अधिकारी, बी.एम.ओ. धमधा डॉ. डी.पी. ठाकुर एवं विभिन्न विभाग के प्रमुख अधिकारी एवं कर्मचारी के उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न होगा। वर्तमान में जिले में कुल 384 मरीज खोजे गये जिसमे से 468 मरीज उपचारत है। कुल 287 आरएफ.टी मरीज खोजे गये वर्तमान में जिले का पी.आर 2.3 है।