भिलाईनगर 01 जनवरी 2022:- सुश्री नीता लोधी ने केंद्रीय बजट को निराशावादी बजट बताते हुए कहा कि बजट केवल पूंजी पतियों के लिए प्रतीत होता है बढ़ती महंगाई रोकने की कोई कार्य-योजना नहीं शासकीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों इंकम टेक्स में कोई राहत नहीं कोविड 19 भयावय परिस्थितियों के बाद भी किसी प्रकार की कोई छुट या रियायत नहीं संवेदन हीन है केंद्र की मोदी सरकार।किसानों की आय 2022 तक दुगनी कर देने वाली केंद्र सरकार का वादा खोखला साबित हुआ साथी ही साथ बजट में ना बेरोजगार एवं गरीबो, महिलाओं एवं युवा, मध्यम वर्ग व सामान्य जन, श्रमिकों के लिए शासकीय कर्मचारियों के लिए मध्यम वर्ग के लिए व सामान्य जनमानस के लिए किसी भी प्रकार की राहत अथवा उनकी आजीविका एवं आय बढ़ाने के बारे में कोई ठोस प्रावधान कार्य योजना नहीं दिखाई देती है
बजट से किसानों की आय 2022 तक दुगना कर देने वाली केंद्र सरकार का दावा खोखला साबित हुआ बजट को लेकर लोगों को बड़ी उम्मीद थी पर सभी वर्ग के लोगों में केवल निराशा ही मिली चाहे वह किसानों की आय दुगनी कर देने की बात हो यह महिला सशक्तिकरण की बात हो बेरोजगार नौजवानों की बात हो कर्मचारियों में तो घोर निराशा है यह रोजगार देने की बात करते हैं किंतु बड़े-बड़े जितने उपक्रम है सार्वजनिक उपक्रमों को प्राइवेटाइज( बेच रही) कर दे रहे हैं अब बचा ही क्या महंगाई चरम सीमा पर है महंगाई को कम करने के लिए एक भी उपाय बजट में देखने को नहीं मिलते कोई ठोस कदम नहीं उठाया बल्कि महंगाई को दूर करने की बात तो दूर उन्होंने कहा कि हीरे-जवाहरात के गहने सस्ते होंगे महिलाओं में तो घोर निराशा जो मध्यमवर्गीय और लोग जो सोना और चांदी सस्ता होता तो खरीद पाते यदि कहते रसोई गैस सस्ती होगी तो महिलाओं में शायद खुशी होती पेट्रोल डीजल दाम कम होते किसी भी तरह महंगाई में रोक लगाने जैसी बात कहीं नजर नहीं आई यह पूर्णता निराशावादी बजट एवं केवल पूजी पतियों को और अधिक लाभ देने वाला बजट है।