दुर्ग 03 फरवरी 2022:- पुलगांव के चंदखुरी स्थित किसान के खेत में मिला नरकंकाल सिविल इंजीनियर शिवांग चंद्राकर का ही है। इसका खुलासा डीएनए रिपोर्ट से हो गया है। पुलिस को मंगलवार मिल गई। इससे नरकंकाल शिवांग के होने की पुष्टि हो गई। पुलिस ने खेत से मिली हड्डियों के जांच के लिए 7 जनवरी शिवांग चंद्राकर को डीएनए टेस्ट के लिए रायपुर एफएसएल भेजा था। पुलिस ने डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए शिवांग की माता-पिता का ब्लड सैंपल भी लिया था। डीएनए टेस्ट रिपोर्ट से मृतक की जैविक पहचान सुनिश्चित हो गई है। पुलिस ने जांच के बाद पांच ग्रामीणों को संदिग्धों की सूची में शामिल किया है। पुलिस अब भी हत्या का कारण और हत्यारे तलाशने के लिए परिवार, दोस्त, परिचित और ग्रामीणों से पूछताछ में जुटी हुई है।पुलिस के मुताबिक 16 दिसंबर 2021 को शाम 7.30 बजे शिवांग फार्म हाउस से घर जाने के लिए निकला था। इसके बाद से उसका पता नहीं चला। करीब 20 दिन बार पुलिस को खेत में नरकंकाल मिला था। इसके बाद पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए रायपुर भेजा था। इधर परिजन का आरोप है कि पुलिस पूरे मामले में सख्ती से जांच नहीं. कर रही है। संदेहियों से सख्ती से पूछताछ से नहीं की जा रही है।खेत में हड्डियां, कपड़े और चप्पल मिले था
पुलिस के मुताबिक 5 जनवरी को चंदखुरी स्थित किसान हरीश साहू के खेत में से नरकंकाल मिला था। खेत से के 1 हड्डियां, घड़ी, टीशर्ट, चप्पल और अंडर वेयर मिला था। परिजन ने कंकाल को छोड़कर बाकी सामान शिवांग के होनेकी पुष्टि कर दी थी। परिजन ने यह भी बताया था कि कपड़े और चप्पल घर से गायब होने कुछ दिन पहले ही शिवांग ने ऑनलाइन आर्डर करके सामान मंगवाया था। घटना, स्थल पर मोबाइल टॉवर से भी कोई सुराग नहीं पता चला है।प्रेम प्रसंग के चलते हत्या करने की आशंका
पुलिस के मुताबिक शिवांग की जानकारी जुटाने के बाद पता चला था कि उसका स्टेशन मरोदा स्थित युवती से दोस्ती थी। दोनों के बीच चार साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यह भी पता चला था कि युवती शिवांग पर शादी करने का दबाव बना रही थी। लेकिन शिवांग ने शादी करने से मना कर दिया था। युवती के पिता की कपड़े की दुकान है। वह भी शंका के दायरे में हैं। बहरहाल मामले में जांच जारी है।परिवार को पुलिस ने रिपोर्ट की दी सूचना
शिवांग के बड़े भाई धर्मेश के मुताबिक मंगलवार रात पुलिस ने शिवांग के डीएनए रिपोर्ट की जानकारी दी। बुधवार को परिजन को खेत में मिले अवशेष शिवांग के होने की जानकारी दी। गुरुवार को खेत से मिले नरकंकाल की अंतिम संस्कार कर दिया गया धर्मेश के मुताबिक शंका के दायरे में गांव के ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें फार्म हाउस के आसपास बैठकर नशा करते देखा गया है। पुलिस पर उठ रहे हैं सवाल
कहा जा रहा है कि जिस दिन शिवांग चंद्राकर के लापता होने की जानकारी पुलिस को मिली थी. उस दिन अगर दुर्ग पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेती और तत्परता से इस मामले की जांच करती तो कहीं ना कहीं आज शिवांग चंद्राकर सही-सलामत होता. हत्यारों ने पुलिस की नाक के नीचे ही शिवांग चंद्राकर की हत्या करके एक खेत में दफना भी दिया. इतना ही नहीं हत्यारों ने शिवांग चंद्राकर की बड़ी बेरहमी से हत्या की थी. जिसकी पुष्टि खेत में टुकड़ों-टुकड़ों में मिले नरकंकाल से हो रही है.अब तक नहीं मिला सुराग
हालांकि डीएनए रिपोर्ट आने के बाद भी दुर्ग पुलिस के हाथ अब तक कोई अहम सुराग नहीं मिला है. पुलिस हमेशा की तरह कह रही है कि मामले की जांच की जा रही है और इसके लिए पुलिस की टीम लगाई गई है. दुर्ग के एसएसपी बद्रीनारायण मीणा का कहना है कि डीएनए रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है कि खेत में मिला नरकंकाल लापता इंजीनियरिंग छात्र शिवांग चंद्राकर का ही है. पुलिस अब हत्या का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है. लेकिन अब देखना होगा कि पुलिस शिवांग के हत्यारे को कब तक पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचाती है.