बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 10वीं में पढऩे वाले 17 साल के छात्र की रविवार देर शाम अगवा करने के बाद हत्या कर दी गई। अपहरणकर्ताओं ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। आरोपियों ने हत्या के बाद लड़के के शव को दफना दिया था। पुलिस ने सोमवार सुबह शव बरामद कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी लड़के के पिता के परिचित हैं। फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रही है। मामला तारबाहर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार, आशिफ मोहम्मद डीपूपारा में रहते हैं और ऑटो डील का काम करते हैं। उनका 17 साल का बेटा रेहान 10वीं कक्षा में पढ़ता था। वह रविवार शाम करीब 6 बजे घर से निकला था। इसके बाद रात तक वापस नहीं आया। परिजन उसकी रात तक तलाश करते रहे। इसी बीच उनके पास अपहरणकर्ताओं का कॉल आया और 50 लाख रुपए फिरौती मांगी। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद से ही पुलिस रेहान की तलाश में जुटी थी।
तकनीकी साक्ष्य से मिला सुराग
पुलिस ने जांच के दौरान साइबर सेल की मदद ली। जांच में पता चला कि जिस मोबाइल से कॉल किया गया था। वह बंद मिल रहा था और उसका लोकेशन रतनपुर रोड में था। लिहाजा, पुलिस की एक टीम रतनपुर की ओर रवाना की गई, लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद तकनीकी साक्ष्य से पुलिस आशिफ के ही मोहल्ले डीडूपारा पहुंची और उनके पड़ोस में रहने वाले अभिषेक डॉन को पकड़ा।
परिचित युवक निकला मुख्य आरोपी
संदेह के आधार पर पुलिस ने अभिषेक से पूछताछ की तो उसने बताया कि अपने दो दोस्त शीबू खान और रवि के साथ मिलकर रेहान को अगवा किया था। पड़ोस में रहने के कारण परिचय था। ऐसे में लड़की से मिलाने का झांसा देकर वह रेहान को अपने साथ ले गए थे। रेहान सबको पहचान गया था, ऐसे में उसे जिंदा नहीं छोड़ सकते थे। गला दबाकर रेहान की हत्या कर दी और फिर शव रतनपुर क्षेत्र के रानीगांव में दफना दिया।
हत्या करने के बाद माँगी फिरौती
बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने छात्र से पहचान होने के कारण पहले उसकी हत्या कर दी। फिर उसके मोबाइल से उसके पापा आशिफ को कॉल कर 50 लाख रुपए फिरौती की मांग करने लगे। वारदात के बाद तीनों आरोपी अपने घर में आकर छिप गए थे। ताकि, पुलिस को उनकी करतूतों की भनक तक न लगे।