भिलाईनगर। इस्पात नगरी के संस्कृतिविद् और साहित्याचार्य डा.महेशचन्द्र शर्मा ने वृद्धाश्रम पुलगांव में सपत्निक जाकर बुज़ुर्गों से संवाद और सेवा करते हुए कुछ सहयोग भी किया। प्राय: चालीस वृद्ध महिलाओं-पुरुषों को साडियाँ , ब्लाउज, गाउंस,कुर्ते-पायजामे, पेण्ट-शट्र्स, जूते-चप्पल-सेण्डल्स-मौजे और नीकैप्स आचार्य डा.शर्मा ने भेंट किए। मौके पर डा.शर्मा की धर्मपत्नी श्रीमती रजनी गौरी शर्मा ने भी सेवाधर्म का निर्वाह करते हुए उनका साथ दिया। करोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सेवानिवृत्त प्राचार्य डा.शर्मा ने सपरिवार आश्रम में सेवाएं दीं।
करोना से बचाव के लिए उन्होंने बड़ी संख्या में मास्क, सेनेटाइजर्स और हैण्डवाशेज़ भी बाँटे। इसके पूर्व आचार्य शर्मा ने उन्हें ससम्मान भोजन कराया और सपरिवार आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं प्राप्त कीं। उन्होंने बताया कि बड़े-बुज़ुर्गों के आशीर्वाद से सुकून तो मिलता ही है आयु, विद्या, यश और बल भी बढ़ता है। अपने कत्र्तव्य की पूर्ति पर सुख, सन्तोष और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। मानसिक प्रसन्नता ईम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक होती है। उन्होंने आश्रम प्रबन्धक दीपक छापरिया और उनके सहयोगी गोलू की सेवाओं की भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि कालेज प्रिंसिपल रहते हुए भी डा.शर्मा ने सभी परीक्षार्थीयों को पहले दिन गुडलक चाकलेट देने, स्टाफ को जन्मदिन और वैवाहिक दिन पर बधाई कार्यक्रम करने और निर्धन किन्तु मेधावी विद्यार्थियों की साधना में संसाधनों की वाधा को रोकने आर्थिक सहयोग करनेवाली उच्च परम्परायें चलायीं थीं। उन्होंने रामाटोला कालेज के प्राचार्य रहते हुए कालेज में प्रतिमाह नि:शुल्क मास्क ,सेनेटाइजर्स और हैंडवाशेज़ का वितरण किया।