एम्प्लाइज प्राविडेंट फंड संगठन और एनएसी छ.ग. की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा

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भिलाई। छत्तीसगढ़ के लगभग 90,000 ईपीएस-95 पेंशनर्स की कई पेंशन संबंधी समस्याओं के विषय मे विचार करने और उनके त्वरित निराकरण के उद्देश्य से राष्ट्रीय संघर्ष समिति (एनएसी) छत्तीसगढ़ राज्य और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के मध्य गुरुवार 10 फरवरी को बैठक हुई। यह बैठक दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चली।


इस दौरान पेंशनर्स से संबंधित तमाम मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ, विशेष तौर पर विधवा पेंशन अविलंब शुरू करने, किसी कारण से पेंशन बंद हो जाने, नवंबर में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर देने के बाद भी पेंशन का भुगतान रुक जाने, बैंक एकाउंट नंबर बदलने के कारण पेंशन रुकने, इत्यादि के जल्द से जल्द निराकरण पर चर्चा हुई।


इस दौरान एल एम सिद्दीकी अध्यक्ष, राष्ट्रीय संघर्ष समिति, छत्तीसगढ़ ने रोष जाहिर करते हुए कहा कि रोज़मर्रा के कई छोटे छोटे कामों में भी महीनों लग रहा है। पेंशनर्स को बार बार कार्यालय का चक्कर लगाना होता है और संतोषजनक उत्तर नही मिलता। दूरभाष को अटेंड नही किया जाता, किया भी जाता है तो संतोषजनक जवाब नही मिलता। परिणामस्वरूप, छोटे छोटे कामों के लिये दूरस्थ जिलों से पेंशन कार्यालय तक आना पड़ता है और कई बार दूर दूर से लंबी यात्रा और किराया खर्च करके आने के बाद भी काम नही हो पाता। उन्होंने उदाहरण स्वरूप बताया कि बैंक अकाउंट बदलने या विधवा पेंशन किसी कारण से बंद होने पर पुन: प्रारंभ करवाने अथवा छोटी मोटी त्रुटियों को सुधरवाने हेतु भी महीनों लगाए जाते हैं। उन्होंने पुरज़ोर लहज़े में कहा कि जनसंपर्क विभाग में आमूलचूल परिवर्तन हो, अधिकारियों का रवैया बदले और वृद्ध पेंशनर्स के कामों को शीघ्र से शीघ्र निपटान हो ताकि उन्हें कार्यालय तक बार बार न आना पड़े।


आयुक्त ने कहा कि सभी कार्यों को यथाशक्ति जल्दी करने का प्रयास किया जाता है। कई कार्य ऐसे हैं जिन्हें निर्धारित नियमों के अनुसार करना आवश्यक होता है इसलिये विलंब होना लाजमी है। वे पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सभी आपत्तियों का निराकरण शीघ्र हो। उन्होंने आगे कहा कि सभी लंबित कार्य सूचीबद्ध करके दे दिया जाएं ताकि जहां कहीं नियमानुसार संभव हो, जल्द से जल्द निपटान किया जाएगा। इस उद्देश्य के लिये सुरेश ठाकुर लेबर इंस्पेक्टर को को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है। दिन प्रतिदिन के समस्याओं के लिये उनसे संपर्क किया जा सकता है। इस बैठक में भविष्य निधि संगठन की ओर से अभिषेक कुमार, भविष्य निधि आयुक्त -1, सुरेंद्र वी आज़ाद, भविष्य निधि आयुक्त-2 और सुरेश ठाकुर लेबर इंस्पेक्टर ने चर्चा में भाग लिया। राष्ट्रीय संघर्ष समिति की ओर से उमेश उपाध्याय, बीजे पटनायक, एजाज़ उर रहमान,आर के वर्मा, आरएल साहू, और एचएन यादव ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।


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