सेल में समान क्षमता वाले फर्नेसों में सबसे तेज लक्ष्य हासिल करने वाला फर्नेस बना बीएसपी का महामाया
भिलाईनगर। संयंत्र के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस-8 महामाया ने 11 फरवरी, 2022 को 9 मिलियन टन संचयी उत्पादन के मील के पत्थर को पार एक नई उपलब्धि हासिल की। 8 से 9 मिलियन टन की यात्रा को पूरा करने में ब्लास्ट फर्नेस को 138 दिन लगे। 1471 दिनों में 9 मिलियन टन के नये संचयी उत्पादन को हासिल करने में सफलता प्राप्त करने के साथ बीएसपी का ब्लास्ट फर्नेस-8 इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को तेजी से हासिल करने वाला सेल का प्रथम ब्लास्ट फर्नेस बन गया। 9 मिलियन टन के इसी रिकॉर्ड को ब्लास्ट फर्नेस-8 ने राउरकेला और बर्नपुर इस्पात संयंत्र के समान क्षमता वाले ब्लास्ट फर्नेस से पहले हासिल किया है। इस प्रकार सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने सबसे कम दिनों के उत्पादन में ही यह मील का पत्थर हासिल कर भिलाई का परचम लहराया। इस उपलब्धि पर भिलाई की सम्पूर्ण इस्पात बिरादरी गौरवान्वित महसूस कर रही है। उल्लेखनीय है कि 149 दिनों में ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 4 मिलियन टन से 5 मिलियन टन की उत्पादन यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। ज्ञात हो कि 6 से 7 मिलियन टन की यात्रा को पूरा करने में ब्लास्ट फर्नेस को 141 दिन लगे। इसी क्रम में 7 से 8 मिलियन टन की यात्रा को पूरा करने में ब्लास्ट फर्नेस को 154 दिन लगे।
आज14 फरवरी, 2022 को ब्लास्ट फर्नेस-8 के कंट्रोल रूम में आयोजित समारोह में सेल-बीएसपी के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने इस महती उपलब्धि के लिए महामाया के प्रतिबद्ध सदस्यों और सभी सहयोगी विभागों के कर्मचारियों को बधाई सम्पे्रषित की जिनके सहयोग के फलस्वरूप ब्लास्ट फर्नेस-8 ने उत्पादन के अधिकतम स्तर को बनाए रखने में कामयाबी हासिल की।
उन्होंने ब्लास्ट फर्नेस टीम से आग्रह करते हुए कहा कि ब्लास्ट फर्नेस-8 की युवा और जानकार टीम ऊर्जा से सराबोर है। मुझे आप सभी से बड़ी अपेक्षाएं हैं। अभी हमें उन्नति के और नये शिखर तय करने हैं। यह एक अद्भुत टीम है जो नित नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। मैं इस ऊर्जावान टीम से आग्रह करूंगा कि 9 मिलियन टन से आगामी 10 मिलियन टन की यात्रा 130 दिन में हासिल कर दिखाये।
इस अवसर पर उपस्थित कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), के के सिंह, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) डॉ ए के पंडा तथा कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (सर्विसेस) ए के तिवारी ने भी ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी को शुभकामनाएँ दी और कहा कि आप सर्वश्रेष्ठ टीम की मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि और बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास करते रहें।
इससे पहले, वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य सभी उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए सीजीएम इंचार्ज (ब्लास्ट फर्नेस) तापस दासगुप्ता ने कहा कि उत्कृष्टता की दिशा में हमारी यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने सभी सहयोगी विभागों और एजेंसियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
ब्लास्ट फर्नेस-8 नियंत्रण कक्ष में आयोजित एक औपचारिक समारोह में सेल-बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रषासन), के के सिंह, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) डॉ ए के पंडा तथा कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (सर्विसेस) ए के तिवारी की उपस्थिति में केक काटा गया। इस अवसर पर सीजीएम इंचार्ज (ब्लास्ट फर्नेस) तापस दासगुप्ता, सीजीएम (ब्लास्ट फर्नेस) सौम्य टोकदार तथा विभिन्न विभागों के मुख्य महाप्रबंधकगण और अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ब्लास्ट फर्नेस की कार्मिक अधिकारी सुअनुराधा साहा ने किया। धन्यवाद प्रस्ताव सीजीएम (ब्लास्ट फर्नेस) सौम्य टोकदार द्वारा प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि उन्नत स्वचालन और नियंत्रण प्रणालियों के साथ अत्याधुनिक फर्नेस से दैनिक उत्पादन का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। 2 फरवरी, 2018 को इसके ब्लोइंग-इन के 258 दिनों बाद 18 अक्टूबर, 2018 को बीएफ-8 से 1 मिलियन टन संचयी उत्पादन के आँकड़े को पार कर लिया गया। इसी प्रकार 1 अप्रैल, 2019 को बिना आक्सीजन संवर्धन के सहयोग से ब्लोइंग-इन के 424 दिनों बाद 2 मिलियन टन के मील के पत्थर को प्राप्त कर लिया गया। 9 सितम्बर, 2019 को 585 दिनों में 3 मिलियन टन संचयी उत्पादन करने में सफल हुआ। ब्लोइंग-इन के 740 दिनों में 4 मिलियन टन के नये संचयी कीर्तिमान को हासिल किया और इस कड़ी में 889 दिनों में 5 मिलियन टन के नये संचयी रिकॉर्ड को प्राप्त करने में सफल हुए। 1333 दिनों में 8 मिलियन टन के नये संचयी रिकॉर्ड को प्राप्त करने में सफल हुए। ब्लास्ट फर्नेस-8 के सम्पूर्ण यात्रा को जनसंपर्क विभाग द्वारा एक लघु फिल्म के माध्यम से प्रदर्षित किया गया।