घूसखोर यातायात सूबेदार रिश्वत लेते गिरफ्तार, एन्टी करप्शन ब्यूरो ने दिया कार्यवाही को अंजाम, बस संचालन हेतु ले रहे 50 हजार की रिश्वत, सूबेदार के साथा ढाबा का नौकर भी हुआ गिरफ्तार

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गौरेला-पेण्ड्रा-मारवाही। सूबेदार विकास नारंग जो कि, यातायात प्रभारी भी हैं बस संचालन हेतु 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किये गय। ईओडब्ल्यू / एसीबी की यह कार्यवाही जिले में शहर से बाहर एक ढाबा पर की गई। यातायात सूबेदार ढाबा के नौकर के साथ रिश्वत की रकम ले रहे थे। प्रार्थी ने पेण्ड्रा क्षेत्र में बस चलाने के लिए रिश्वत दे रहा था। सूबेदार के साथ ढाबा का नौकर भरत पनिका भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू / एसीबी छत्तीसगढ़ रायपुर के निदेशक आरिफ एच. शेख के निर्देशन में एवं पंकज चन्द्रा, पुलिस अधीक्षक, ईओडब्ल्यू / एसीबी के नेतृत्व एवं श्रीमती अमृता सोरी ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी के मार्गदर्शन में एसीबी यूनिट बिलासपुर, की टीम ने आज कार्यवाही कर अवैध पारितोषिक की मांग करने वाले सूबेदार यातायात प्रभारी पेण्ड्रा एवं उसके निजी साथी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।


प्रार्थी ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसके द्वारा पेण्ड्रा क्षेत्रों में बसों का संचालन किया जाता है। उसकी बसों को सूबेदार, यातायात प्रभारी, पेण्ड्रा के द्वारा बेवजह चालान किया जाता है। इस संबंध में सूबेदार यातायात प्रभारी पेण्ड्रा से मिलने पर उनके द्वारा बसों को चालान से बचाने के लिए 60,000/- रूपये की माँग की जा रही है। शिकायत का सत्यापन कराया गया। प्रार्थी और आरोपी के मध्य 50,000/- रूपये पर सहमति बनी। शिकायत सत्यापन होने पर आज 17 फरवरी 2022 को आरोपी विकास नारंग पिता भागवत नारंग, उम्र 36 वर्ष, सूबेदार यातायात प्रभारी जिला-गौरेला पेण्ड्रा-मरवाही एवं उसके निजी साथी भरत पनीका पिता दीपचंद पनीका, उम्र 40 वर्ष, निवासी – अमरपुर, जिला- गौरेला – पेण्ड्रा – मरवाही को प्रार्थी से मांगी गई रिश्वत की कुल रकम 50,000/- रूपये आरोपी के बताए स्थान अमरपुर, पेण्ड्रा स्थिति ढ़ाबे के सामने पकड़ा गया।

आरोपियों के विरूद्ध धारा-7 (क). 12 अ.नि.अधि. 1988 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनके विरूद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा। यह पहला मौका है जब सूबेदार स्तर के किसी अधिकारी को एसीबी ने पकड़ा है। एसीबी निदेशक शेख आरिफ हुसैन ने बताया कि, बस संचालक की शिकायत पर योजनाबद्ध तरीके से जाँच कार्यवाही के उपरांत संवाद स्थापित कर पुष्टि होने के उपरांत एसीबी ने कार्यवाही को अंजाम दिया है।


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