राजनांदगाँव। पुलिस अधीक्षक कार्यालय राजनांदगाँव के सभागार में शहर के सभी बैंक के मैनेजरों की मीटिंग आहुत की गई जिसमें बैंक एवं पुलिस के बीच समन्वय स्थापित करने एवं आपराधिक मामलों में पुलिस द्वारा बैंकों से चाही गई जानकारी तत्काल उपलब्ध कराने के संबंध में चर्चा किया गया। बैंक एवं एटीएम में लगे हुए सुरक्षा गार्ड का अनिवार्य रूप से पुलिस वेरीफिकेशन की जावे। बैंकों के सुरक्षा के लिए लगाये गये उपकरण सी.सी.टी.व्ही कैमरे, डबल लॉक की स्थिति, लॉकर और सुरक्षा अलार्म आदि को चालू हालत में रखा जाये। साथ ही बैंक के आसपास आने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर सतत नजर रखी जाए एवं कहीं पर भी किसी के द्वारा संदिग्ध आचरण परिलक्षित हो तो तत्काल पुलिस को अवगत कराये।
साइबर अपराध/ बैंकिंग अपराध व धोखाधड़ी के अपराधों में सीसीटीवी फुटेज तत्काल उपलब्ध कराने के लिए पुलिस आवेदन देती है तब सीसीटीवी फुटेज समय पर उपलब्ध कराया जाने हेतु निर्देशित किया गया। कोविड-19 वैश्विक महामारी को देखते हुए बैंक के कर्मियों एवं उपभोक्ताओं को सोशल डिस्टेन्सिग एवं मास्क का उपयोग कर समय-समय पर शासन द्वारा जारी कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने हेतु दिशा निर्देश भी दिया गया एवं किसी भी प्रकार के विषम परिस्थिति में संबंधित थाना से सम्पर्क करने कहा गया।
पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर 100 एवं फाइनेंसियल फ्रॉड होने पर 1930 पर डायल कर रिपोर्ट करने के संबंध में जानकारी दी गई। बैंक में सुरक्षा उपकरणों को बीच-बीच में चेक करते रहने के साथ साथ बैंक के भीतर प्रवेश करने वालों का रजिस्टर मेंटेन करने हेतु भी निर्देशित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजनांदगाँव संजय महादेवा, नगर पुलिस अधीक्षक राजनांदगाँव गौराव राय, निरीक्षक प्रदीप सोरी, प्रभारी साइबर सेल द्वारका प्रसाद लाउत्रे एवं जिले के सभी बैंकों से आए बैंक मैनेजर एवं लीड बैंक के अधिकारीगण उपस्थित थे।