अब सावन सोमवार में भी सुलभ हो सकेंगे शिव जी के दर्शन, ठकुराइन टोला में महाशिवरात्रि को लक्ष्मण झूला का भूमिपूजन करेंगे मुख्यमंत्री, 4 महीने खारून नदी में जलस्तर अधिक होने की वजह से नाव से ही होते थे दर्शन संभव, अब लक्ष्मण झूला से सावन सोमवार में भी सुलभ होगा दर्शन

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दुर्ग। महाशिवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमेशा ठकुराइनटोला आते हैं और शिव जी के दर्शन करते हैं। यह मंदिर खारून नदी के बीचों-बीच स्थित है। बरसात के चार महीने जलस्तर अधिक होने के चलते दर्शनार्थियों के लिए नाव से ही मंदिर पहुंचने का विकल्प होता है। सावन सोमवार के दिनों में जब दर्शनार्थियों की भीड़ अधिक होती है तो दिक्कत होती है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने महाशिवरात्रि में यहां लक्ष्मण झूला बनाने की घोषणा की थी। इस बार मुख्यमंत्री महाशिवरात्रि के दिन लक्ष्मण झूले का भूमिपूजन करेंगे। लक्ष्मण झूला लगभग 19 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा और अगले साल महाशिवरात्रि तक इसे तैयार कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री 2 करोड़ 75 लाख की लागत से तैयार होने वाले ठकुराइन टोला के समीप तट रक्षण कार्य का भूमि पूजन भी करेंगे। उल्लेखनीय है कि पाटन में लगभग 112 करोड़ रूपए के जल संसाधन विभाग से संबंधित निर्माण कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। आज कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे तथा एसएसपी बद्रीनारायण मीणा ने स्पॉट का निरीक्षण किया और इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिये। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू जनपद सभापति रमन टिकरिहा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।


ठकुराइनटोला में करेंगे सोलर सामुदायिक सिंचाई योजना का लोकार्पण- ठकुराइनटोला में मुख्यमंत्री सोलर सामुदायिक सिंचाई योजना का लोकार्पण करेंगे। इसकी लागत 1 करोड़ 51 लाख रुपए है और इससे तालाब भी भरे जाएंगे और खेती भी हो पाएगी। 10 एचपी के छह सोलर पंपों के माध्यम से सिकोला और ठकुराइनटोला के कृषकों को लाभ पहुंचेगा। मुख्यमंत्री सोनपुर में ग्लेजिंग यूनिट का भूमिपूजन भी करेंगे।


हमर लैब का होगा पाटन में लोकार्पण- मुख्यमंत्री इस अवसर पर हमर लैब का लोकार्पण भी करेंगे। यहां एडवांस डायग्नोस्टिक संभव हो सकेगा। इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री करेंगे। इसमें 50 तरह के टेस्ट नि:शुल्क किये जा सकेंगे। इसमें पाटन और ब्लाक के अन्य अस्पतालों के सैंपल का टेस्ट भी किया जाएगा। इसे हब एंड स्कोप माडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसका डिजाइन सेंट्रल आफ डिजीज कंट्रोल आफ इंडिया द्वारा तैयार किया गया है।


तेजी से हो रहा एग्रीकल्चर कालेज का निर्माण कार्य- मर्रा में एग्रीकल्चर कालेज का निर्माण हो रहा है। कलेक्टर ने आज इसका निरीक्षण किया। एसो. प्रोफेसर डा. सीआर नेताम ने बताया कि इसका एक विंग बीज निगम द्वारा बनाया जा चुका है जिसमें गेस्ट हाउस और टिश्यू कल्चर लैब है। दूसरे विंग का निर्माण यूनिवर्सिटी द्वारा लगभग साढ़े सात करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। कैंपस साढ़े सोलह एकड़ एरिया में फैला है। सत्तर एकड़ क्षेत्र में उन्नत किस्म के बीजों के डिस्प्ले के लिए प्रक्षेत्र तैयार किया गया है और शेष एरिया में फलोद्यान बनाया गया है। जुलाई तक कैंपस के तैयार हो जाने की उम्मीद है।
दो बड़े स्टेडियम मर्रा और रानीतराई में- मर्रा और रानीतराई में दो बड़े स्टेडियम तैयार किये जा रहे हैं। यहां लगभग 7 करोड़ की लागत से इनडोर तथा आउटडोर गेम्स के लिए बड़ा इंफ्रास्कट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। यहां क्रिकेट, हाकी, फुटबाल जैसे गेम्स के साथ ही बैडमिंटन, टेबल टेनिस, चेस जैसे इंडोर गेम्स के लिए भी अधोसंरचना बनाई जा रही है। पाटन के खेलप्रेमियों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। रानीतराई में कलेक्टर ने निर्माणाधीन कालेज कैंपस भी देखा। कलेक्टर ने कौही में चल रहे सोलर इरीगेशन प्रोजेक्ट को भी देखा। साथ ही यहां बन रहे रेस्ट हाऊस का भी निरीक्षण किया।


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