जेपी प्रतिमा के चारों ओर अवैध कब्जा और गंदगी, उच्च स्तरीय शिकायत के साथ उठाई सौंदर्यीकरण की मांग – आर.पी.शर्मा

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भिलाईनगर। भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान ने सुपेला रेलवे क्रासिंग और सिक्स ट्री एवेन्यू रोड नंबर-3 जंक्शन के चौक पर स्थित भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण प्रतिमा स्थल पर अवैध कब्जा हटाने व सौंदर्यीकरण कार्य कराए जाने की मांग उठाई है। प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आरपी शर्मा ने इस संबंध में इस्पात मंत्री आरपीएस सिंह,सेल चेयरमैन सोमा मंडल,भिलाई स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता और महापौर नीरज पाल सहित कई प्रमुख लोगों को विस्तृत ज्ञापन भेज कर पूरी जानकारी दी है और तत्काल यहां सभी कार्य शुरू करने की मांग की है। जिसमें उन्होंने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी द्वारा लोकार्पित जेपी प्रतिमा की स्थापना वर्ष 1991 में की गई थी। उक्त स्थल भिलाई स्टील प्लांट के अधिकार क्षेत्र में आता है, जिसमें प्रतिमा स्थल वाले क्षेत्र का विधिवत हस्तांतरण व आधिपत्य बीएसपी प्रबंधन द्वारा जेपी प्रतिमा स्थापना समिति को वर्ष 1991 में ही दिया जा चुका है।


उन्होंने बताया कि उक्त स्थल में वर्तमान में चारों तरफ अवैध दुकानें लगी हुई हैं और सेक्टर-2 के हिस्से में कुछ डेरे वालों का कब्जा है। यहां कार गैरेज, बैंडबाजा, कपड़ा, चश्मा, मोबाइल व अन्य सामान की बिक्री करने वालों का यहां विगत कई वर्षों से कब्जा है। उन्होंने बताया कि इस चौक से लगे हुए अलाव मैदान के पास ग्रिल से लेकर पेट्रोल पंप के पहले तक की दी गई भूमि पर उद्यान बनना था और छोटी दुकानें निकाली जानी थी। वहीं रेलवे पटरी से लगे दोनों हिस्सों और सेक्टर-2 वाले हिस्से में भी उद्यान विकसित किया जाना था। यह समस्त जमीन प्रतिष्ठान को बीएसपी की ओर से घेराबंदी कर 1992 में ही दे दी गई थी। वहीं यहां लगाई गई होर्डिंग भी हटाई गई थी। जिसका पत्र क्रमांक क्रमांक मु.न.प्र. (सी)/प्रतिमा स्था./91, भिलाई, दिनांक 23/24 जनवरी 1991 भी संलग्न है।


उन्होंने बताया कि घेराबंदी के लिए बीएसपी के ही अनुभाग टीपीएल से ग्रिल तैयार की गई थी। इसका नक्शा भी बनाया गया था। जिसका समस्त दस्तावेज प्रतिष्ठान के पास सुरक्षित है। शर्मा के मुताबिक वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उक्त संबंध में प्रतिष्ठान ने विस्तृत पत्र लिखा था, जिसमें प्रतिमा स्थल पर पेडेस्टल का ग्रेनाइट लगाने, अवैध कब्जा हटाने, ग्रिल की ऊंचाई बढ़ाई व अन्य सौंदर्यीकरण कार्य हेतु अनुरोध किया था।

इस पत्र के आधार पर स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल की ओर से 23 नवंबर 2019 को जारी पत्र में बताया गया कि संधारण कार्य आने वाली कार्य योजना में किया जाएगा। लेकिन इसी दौरान रेलवे का प्रस्ताव सुपेला में अंडरब्रिज बनाने के संबंध में आया। इस पर प्रतिष्ठान में आपत्ति जताते हुए पत्र व्यवहार किया और जिसका सकारात्मक परिणाम भी निकला और प्रतिमा को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रेलवे ने निरस्त कर दिया है।


आर पी शर्मा ने कहा कि जिस तरह से वहां अवैध दुकानों व अवैध गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, यह भारतरत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की गरिमा के अनुरूप नहीं है। इस संदर्भ में प्रतिष्ठान की ओर से 4 वर्षों से बीएसपी प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया जाता रहा है। इसके बावजूद बीएसपी नगर सेवाएं विभाग की ओर से इस विषय पर मौन है। कहीं कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे अवैध कब्जाधारियों के हौसले बुलंद है।
उन्होंने अनुरोध किया है कि तत्काल इन अवैध कब्जों को मुहिम चलाकर हटाया जाए,यहां के समस्त होर्डिंग भी हटाए जाएं। पेडेस्टल में ग्रेनाइट, मार्बल और रेड स्टोन लगाया जाए। यहां असामाजिक तत्वों को रोकने ग्रिल की ऊंचाई बढ़ाई जाए। चारों तरफ दी गई जमीन का घेरा कर सौंदर्यीकरण किया जाए। जिससे प्रतिष्ठान यहां भारतरत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की गरिमा के अनुरूप प्रतिमा स्थल को विकसित कर सके।


सुपेला रेलवे क्रासिंग की सफाई के बाद कचरा जेपी प्रतिमा स्थल के समीप फेंके जाने पर आपत्ति, तत्काल कार्रवाई की मांग
भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान ने सुपेला रेलवे क्रासिंग की सफाई के बाद निकाला गया कचरा जेपी प्रतिमा स्थल के समीप फेंके जाने पर आपत्ति जताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आर पी शर्मा ने इस संदर्भ में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को भेजे पत्र में कहा है कि हाल में हुए मरम्मत कार्य के बाद लापरवाही पूर्वक भारी मात्रा में गिट्टी, मिट्टी, डामर की पट्टी व अन्य कचरा सीधे लाकर जेपी प्रतिष्ठान के आधिपत्य वाले स्थल की ग्रिल के पास डाल दिया गया है। उन्होंने मांग की है कि रेलवे तत्काल यह पूरा कचरा यहां से हटाए और उक्त स्थल को भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की गरिमा के अनुरूप साफ-सुथरा रहने दें। उन्होंने बताया कि यहां रेलवे की जमीन पर क्रासिंग के ठीक लगे हुए हिस्से में गैरेज का मनमाने ढंग से संचालन हो रहा है। इस गैरेज में मरम्मत के लिए लाए जाने वाले समस्त वाहन सड़क को घेर कर रखे जाते हैं। जिससे आने-जाने वालों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने मांग की है कि उक्त गैरेज संचालक पर भी रेलवे प्रशासन उचित कार्रवाई करे।


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