भिलाईनगर। निगमायुक्त प्रकाश सर्वे ने 77 एमएलडी जलशोधन संयंत्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फिल्टर बेड, फाकूलेटर, एरीएशन चेंबर, वाश वाटर एवं जल शोधन संयंत्र के अन्य स्थानों में पहुंचकर जल शुद्धिकरण के लिए अपनाए जा रहे पूरे कार्यों से अवगत हुए। जल शुद्धीकरण की प्रत्येक प्रक्रियाओं का जायजा लेते हुए, निगम क्षेत्र के हर वार्ड में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था निरंतर बनी रहे इसके लिए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए। फिल्टर प्लांट के लैब में पहुंचकर केमिस्ट से चर्चा की। उन्होंने स्वयं पानी पीकर टेस्ट किया। कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी का भी उन्होंने जायजा लिया। उन्होंने जल की शुद्धता के लिए किए जाने वाले जांच से संबंधित पंजी को दूरूस्त रखने के निर्देश दिए।
शिवनाथ नदी से आने वाले पानी से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन वाटर के सैंपल तक की प्रक्रिया की जानकारी निगम आयुक्त ने ली। उन्होंने निर्देश दिए कि जल शुद्धिकरण के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले संसाधनों जैसे क्लोरीन, ब्लीचिंग एवं अन्य संसाधनों की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। वाटर टेस्टिंग लैब में पहुंचकर संधारित पंजियों का तिथि अनुसार अवलोकन किए। आयुक्त ने प्रतिदिन पानी टंकी और अंतिम छोर के जल स्रोत से लिए जाने वाले सेम्पल के पानी टेस्टिंग की रिकॉर्ड व्यवस्थित करने कहा। जलशोधन संयंत्र में साफ सफाई बनाए रखने और मोटर पंप, इलेक्ट्रिानिक पैनल्स आदि उपकरण की समय-समय जांच व संधारण संबंधी जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल पेयजल सुचारु रूप से जारी रहे और अमृत मिशन के तहत बिछाई गई पाइप लाइन से हर घर पानी पहुंचे इसके लिए लगातार अधिकारियों को निर्देशित कर रहे है, वहीं जल कार्य विभाग के प्रभारी केशव चौबे भी पेयजल की व्यवस्था को लेकर शहर में सक्रिय है। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के नागरिकों को शुद्ध पेयजल प्रदाय किया जा सके इसके लिए जलकार्य विभाग की टीम पूरी मुस्तैदी से अपने कार्य में जुटी हुई है। आयुक्त ने स्काडा सिस्टम के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग का जल्द से जल्द कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए और एजेंसी को इस बाबत नोटिस जारी करने कहा। औचक निरीक्षण के दौरान कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा, सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव एवं उप अभियंता अर्पित बंजारे एवं बसंत साहू मौजूद रहे।