भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने की मुख्य महाप्रबंधक से सौजन्य भेंट, श्रमिकों की समस्या से कराया अवगत

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भिलाईनगर। भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने मुख्य महाप्रबंधक एसके घोष से सौजन्य मुलाकात कर शॉप एरिया में श्रमिक संबंधी समस्याओं से अवगत कराया जिसमें मशीन शॉप 1, तथा बिल्डिंग दो के कर्मचारियों के लिए जो गाडिय़ों का स्टैंड बनाया गया है उसमें जानवर बैठकर गंदा कर देते हैं इस कारण गाडिय़ां रखने में परेशानी होती है उसे व्यवस्थित ढंग से विस्तारीकरण किया जाए, मशीन शॉप वन के कर्मचारियों को रात्रि में टॉयलेट जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इस हेतु अंदर ही एक छोटा सा व्यवस्थित टॉयलेट का निर्माण किया जाए। साथ ही जो कर्मचारी पूरी सेफ्टी के साथ अच्छी तरह अपना समय पर जॉब कंप्लीट करते हैं उन्हें विशेष प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया जाए। ठेका श्रमिकों को समय पर वेतन ना मिलना, कम वेतन देना, उनका सीपीएफ समय पर जमा ना करना तथा 1-1 महीने का गेट पास बनाकर उन्हें मानसिक रूप से दबाव में रखा जाता है जिससे मैं अपने शोषण के खिलाफ आवाज ना उठा सके अगर कोई श्रमिक इस संबंध में आवाज उठाता है तो अगले महीने उससे काम से हटा दिया जाता है इस प्रकार की शिकायतें लगातार भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों को मिल रही है और हमारी यूनियन इस शोषण को रोकने के लिए दृढ़ संकल्पित है।


मुख्य महाप्रबंधक घोष ने सभी बातों को गंभीरता से लिया और आश्वस्त किया की शॉप एरिया में जो भी समस्याएं हैं उसे जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा तथा ठेका श्रमिकों के संबंध में मिली शिकायतों पर ठेकेदारों को बुलाकर बात की जाएगी और किसी भी प्रकार का शोषण ना हो आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यूनियन की ओर से भी उन्हें भरोसा दिलाया गया कि संयंत्र तथा कर्मचारी हित में जो भी कदम उठाएंगे यूनियन आपके साथ हैं। आज की मीटिंग में कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू, महामंत्री रवि शंकर सिंह, उपाध्यक्ष हरि शंकर चतुर्वेदी शारदा गुप्ता संयुक्त महामंत्री अशोक माहोर सचिव श्रीनिवास मिश्रा राजेश पांडे रविन्द्र राहुल आरके सिंह अनुराग महुलकर उमा महेश्वर राव संतोष सिंह अनिल सिंह थे।


यूनियन के पदाधिकारियों की टीम कोक ओवन के रिपेयर शॉप मैं पहुंच कर वहां के कर्मचारियों से मुलाकात की चर्चा के दौरान लोगों में आक्रोश है कि वेतन समझौता में जिन यूनियनों ने साइन किया है क्या उन्हें मालूम नहीं था कि सब कमेटी का हश्र क्या होता है सेल की पिछली सब कमेटियों का रिजल्ट अभी तक नहीं आया तो फिर एनजेसीएस में ही सभी मामलों को क्यों नहीं सुलझाया गया जल्दबाजी में साइन कर सब कमेटी बनवा कर हमारे हक के सारे मुद्दों को ठंडे बस्ते में डलवा दिया गया है और जिन यूनियनों ने साइन किया है वह दिखावे के लिए सड़क की लड़ाई लडऩे का दावा कर रहे हैं जबकि आज जो भी हो रहा है उनके ही कुकर्मों का फल सेल कर्मचारी भुगत रहा है।

इसी प्रकार पेंशन स्कीम पर भी लोगों के सवाल उठने शुरू हो गए हैं की 2007 के वेतन समझौते में 46त्न पाक्र्स भी नहीं लिया साथ ही अधिकारियों को 9% पेंशन और कर्मचारियों को 6% पेंशन पर किस आधार पर समझौता किया गया इस प्रकार के समझौतों से कर्मचारियों का लाखों का नुकसान कर चुकी उस समय की यूनियनें एक दूसरे पर उंगली ना उठा कर अपने गिरेबान में झांक ले। आक्रोशित कर्मचारियों ने आने वाले समय में मान्यता के चुनाव में यूनियनों को सबक सिखाने का मन बना लिया है भारतीय मजदूर संघ कर्मचारियों के हक के लिए किसी भी स्तर की लड़ाई लडऩे को तैयार है। आज उपाध्यक्ष सोम भारती अमृत देवांगन गिरी गोस्वामी एसके सिंह प्रभाकर वर्मा अनिल साहू तथा अन्य कर्मचारी उपस्थित थे


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