बस्तर। 28 फरवरी 2022 को बस्तर संभाग की विकास एवं सुरक्षा संबंधी कार्यो की समीक्षा मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) एवं पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ श्री अशोक जुनेजा द्वारा संपन्न किया गया।
बस्तर संभाग के वनांचल एवं अंदरूनी क्षेत्रों में च्च्मनवा नवॉं नारज्ज् योजना के तहत् स्थापित की जा रही Integrated Development Centre.
All Districts of Bastar Range to ensure inclusive development of the villages in the interior areas by adopting the concept of Integrated Development Centers under “Manva Nawanaar” initiative
आज की समीक्षा बैठक में कमिश्नर बस्तर संभाग, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज एवं संभाग के समस्त कलेक्टर/पुलिस अधीक्षक/मुख्य कार्यपालन अधिकारी/वन मंडलाधिकारी एवं सर्व संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
28 फरवरी 2022 को आयोजित बस्तर संभाग की विकास एवं सुरक्षा संबंधी कार्यो की समीक्षा मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन अमिताभ जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुब्रत साहू एवं पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ अशोक जुनेजा द्वारा कलेक्ट्रेेट सभाकक्ष, जगदलपुर में संपन्न किया गया।
आज की समीक्षा बैठक में बस्तर संभाग अंतर्गत समस्त जिले क्रम से बस्तर, दन्तेवाड़ा, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा एवं कोण्डागांव में RRP/PMGSY/RCPLWEA सड़क निर्माण/ पुल-पुलियां निर्माण कार्य, अंदरूनी क्षेत्रों में विद्युतीकरण एवं चिकित्सा सुविधा योजना, मोबाईल कनेक्टिविटी इत्यादि विषयों पर विस्तृत रूप से समीक्षा की जाकर सर्व संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बस्तर क्षेत्र में स्थापित किये गये सुरक्षा कैम्पों को जिला अंतर्गत संचालित शासन के विभिन्न कल्याणकारी एवं विकास कार्यो हेतु चयनित कर एक समग्रित विकास केन्द्र (Integrated Development Centre) के रूप में तब्दील करने हेतु मनवा नवॉं नार कार्य योजना प्रस्तावित किया गया है। स्थानीय आदिवासी गोंडी/हल्बी भाषा में मनवा नवॉं नार का अर्थ है चहमारा नया गांव।
उक्त कार्य योजना के तहत जिला अंतर्गत संचालित शासन के विभिन्न कल्याणकारी एवं विकास कार्यो का Convergence की जा कर ग्रामीणों को मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के साथ-साथ स्व-रोजगार (Self Employment) के लिये प्रोत्साहित कर उनकी आमदनी बढ़ाकर उनके जीवन स्तर को उन्नत किया जा सकेगा।
शासन की मंशानुसार प्रत्येक सुरक्षा कैम्प के आसपास के ग्रामों को मनवा नवॉं नार कार्य योजना अंतर्गत अधिक से अधिक स्थानीय निवासियों को लाभान्वित किये जाने हेतु बस्तर संभाग के समस्त जिला कलेक्टर/पुलिस अधीक्षक/केन्द्रीय अद्र्धसैनिक बलों/मुख्य कार्यपालन अधिकारी/वन मंडल अधिकारीगण /सर्व संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर आवष्यक कार्यवाही की जा रही है।
बस्तर संभाग के सुरक्षा कैम्पों (ग्रामों) को समग्रित विकास कार्य हेतु चयनित कर उक्त स्थानों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक प्रणाली (PDS), बिजली, बैंक, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं अन्य सुविधायें उपलब्ध कराई जाकर इन्हें समग्रित विकास केन्द्र के रूप में उन्नयन करते हुये क्षेत्रवासियों में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
च्मनवा नवॉं नारज् योजना के प्रथम चरण में बस्तर संभाग के अंतर्गत समग्रित विकास कार्य हेतु संभाग के प्रत्येक जिला से 5-5 का चयनित कर कुल-35 ग्रामों में प्रारंभ की गई है। आगामी दिनों में यह कार्य योजना अन्य ग्रामों में भी लागू की जावेगी।
बस्तर क्षेत्र के विकास एवं सुरक्षा के संदर्भ में केन्द्रीय अद्र्धसैनिक बल/पुलिस/जिला प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय एवं अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भी समीक्षा की गई।
मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) एवं पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ के द्वारा आज संपन्न हुई इस समीक्षा बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल अभियान विवेकानंद, सीआरपीएफ आई.जी. साकेत कुमार सिंह, बीएसएफ के महानिरीक्षक एस.के.त्यागी, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. एवं बस्तर कमिशनर श्याम धावड़े सहित संभाग अंतर्गत सभी 07 जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वन मंडलाधिकारी, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित सीआरपीएफ, बीएसएफ, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, स्वास्थ्य एवं विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।