दुर्ग पुलिस ने फिर बनाया ग्रीन कॉरिडोर, अचानक तबीयत बिगडऩे पर ले जाया गया रामकृष्ण अस्पताल रायपुर, 5 दिन पूर्व हुई थी मरीज की एंजियोप्लास्टी

grenn2.jpg


भिलाईनगर। जिस मरीज को आज से पांच दिन पहले ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सेक्टर-9 अस्पताल से रामकृष्ण केयर अस्पताल रायपुर रेफर किया गया, उसके लिए आज दुर्ग पुलिस ने फिर से ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। आज भी ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज एमएच अंसारी को रामकृष्ण केयर रायपुर भेजा गया। दरअसल, पांच दिन पहले सेक्टर-1 के पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा की पहल से ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। तब महज 35 मिनट में मरीज को अस्पताल भेजा गया। जहां उपचार शुरू हुआ। रामकृष्ण केयर अस्पताल रायपुर में एंजियोप्लास्टी हुई। डॉक्टरों ने दो वॉल्व में स्टेंट लगाया।


पार्षद वशिष्ठ ने बताया कि, 1 मार्च को मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया था। 2 मार्च की शाम को तबीयत बिगड़ी। मरीज को दो मार्च की शाम से पेशाब नहीं हो रहा है। किडनी की परेशानी बढ़ गई। सेक्टर-9 अस्पताल में किडनी के विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। इसलिए डॉक्टरों ने फिर से रामकृष्ण केयर अस्पताल के लिए रेफर बनाया। तत्काल पुलिस से समन्वय बनाकर आज रेफर कराया गया। आज इस कार्य में सेक्टर-1 के पूर्व पार्षद पी. श्रीनिवास राव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मरीज को 7.30 बजे सेक्टर-9 से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजा गया। 8.10 बजे रामकृष्ण केयर पहुंच गए। ग्रीन कॉरिडोर की वजह से मरीज का उपचार शुरू हो पाया।


दुर्ग-भिलाई के लिए जरूरी है वेंटिलेटरयुक्त एंबुलेंस
दुर्ग जिले में वेंटिलेटरयुक्त एंबुलेंस जरूरी है। पार्षद मिश्रा ने इसके लिए मांग की थी कि भिलाई शहर को वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस और शव वाहन की जरूरत है। शहर की बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर दोनों ही चीजें बहुत जरूरी है। इसके लिए सेक्टर-1 से पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा ने निगम आयुक्त और कलेक्टर को लेटर लिखा था। उनके लेटर के बाद इस पर काम शुरू हो गया है। आज निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता को पत्र लिखा है। जिसमें कहा है कि बीएसपी के सीएसआर मद से वेंटिलेटरयुक्त एंबुलेंस और शव वाहन मुहैया कराई जाए।


scroll to top