भिलाईनगर। संयंत्र के सुरक्षा अभियाँत्रिकी विभाग द्वारा मानव संसाधन विकास विभाग के सभागार में 4 मार्च, 2022 को र्राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का आयोजन किया गया। समारोह में छत्तीसगढ़ शासन के उप निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा) के.के.द्विवेदी मुख्य अतिथि के रूप में गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की। इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) के के सिंह, कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) अंजनी कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) डॉ ए के पंडा एवं कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएँ) जी पी सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस आयोजन में विभिन्न सुरक्षा अधिकारी व वरिष्ठ अधिकारीगण डिजिटल भी जुड़े हुए थे। इस वर्ष की थीम है, च्च्सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएँ) जी पी सिंह ने स्वागत उद्बोधन के साथ-साथ संयंत्र में जारी सुरक्षा गतिविधियों का प्रतिवेदन विस्तार से प्रस्तुत करते हुए सुरक्षा के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला और उन्होंने भिलाई बिरादरी से एक्सीडेंट फ्री स्टील बनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि उप निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा) के के द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज भिलाई इस्पात संयंत्र, प्रोडक्शन और क्वालिटी के क्षेत्र में अग्रणी है। उसे सुरक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी बनना होगा। हम सबको मिलकर एक सुरक्षित वातावरण का निर्माण करना होगा। इस हेतु हमें बेहतर हाउसकीपिंग, मशीनों का समयबद्ध अनुरक्षण, एसओपी और एसएमपी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करना होगा। सुरक्षा में अनुशासन की महत्वपूर्ण भूमिका है। अत: अनुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। क्वालिटी स्टील के साथ-साथ हमें दुर्घटना रहित स्टील निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। रिस्क एनालिसिस करें और खतरों की पहचान कर उसे दूर करने के उपाय करें। स्वयं सुरक्षित रहें और आसपास के लोगों के सुरक्षा का भी ध्यान रखें।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डॉ एस के इस्सर ने कहा कि सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि हम सिस्टम को बाईपास न करें। जो सेफ्टी के सिस्टम बनाये गये है उसका अनुपालन करने के साथ ही सुरक्षा के नियमों का पालन करें। इससे मानव और मशीन, दोनों की ही सुरक्षा संभव है। सुरक्षा में सभी को योगदान देना चाहिए।
कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) के के सिंह ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि दुर्घटना रहित उत्पादन हमारी पहली प्राथमिकता है। सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है इसलिये इसमें सभी का योगदान अपेक्षित है। व्यवहार आधारित सुरक्षा पर विशेष रूप से फोकस करे। साथ ही दुर्घटना के मूल कारणों का विश्लेषण कर उसे दूर करने तथा उसके पुनरावृत्ति रोकने के प्रयास करने होंगे।
समारोह में कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) अंजनी कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें समय के साथ सुरक्षा के प्रति हमारा नज़रिया में बदलाव लाना होगा। शॉर्टकट तरीके से काम करने से बचें और एसओपी और जीरो टॉलरेंस नियम का पालन करें जिससे हम बेहतर सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करने में सफल होंगे। सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक बनाने के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। जिससे हमारे दिन-प्रतिदिन के कार्यों में सुरक्षा समाहित हो सके।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) डॉ ए के पंडा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज हमें अपने कार्यस्थल को सुरक्षित बनाने में नई तकनीकों का उपयोग करना चाहिए। हमें उपलब्ध तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए। जिससे हर पल सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। प्रत्येक दुर्घटना का एनालिसिस कर इसके मूल कारण का निराकरण करें तभी हम जीरो एक्सीडेंट के अपने लक्ष्य को पा सकते हैं।
इस दौरान सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों, विभागीय सुरक्षा अधिकारियों एवं प्रतिभागियों को प्रबंधक (सुरक्षा अभियाँत्रिकी विभाग) अजय टल्लू द्वारा सुरक्षा शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक सत्यवान नायक एवं आभार प्रदर्शन महाप्रबंधक (सुरक्षा अभियाँत्रिकी विभाग) एस के अग्रवाल ने किया। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरक्षा अभियांँत्रिकी विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहनीय भूमिका रही। क्रास फंक्शनल टीम के प्रशस्ति पत्र का वाचन एसईडी के वरिष्ठ प्रबंधक शोवन घोष ने किया। समारोह में लेखक एवं निर्देशक तथा एसपी-2 के महाप्रबंधक उमेश अवधिया द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक कॉफी विथ यमराज् का मंचन किया गया। जिसने दर्शकों की भरपूर सराहना बटोरी। मार्स-1 के प्रतिष्ठित कवि श्री किशोर कुमार तिवारी ने सुरक्षा पर सुमधुर गीत प्रस्तुत किया।
इस समारोह में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इनमें सुश्री निधि चंद्राकर, उप महाप्रबंधक (सी एंड आईटी) एवं अरुण कोटनीश, महाप्रबंधक (सी एंड आईटी) को सॉफ्टवेयर सपोर्ट के लिए सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त विभिन्न अधिकारियों व कार्मिकों एवं ठेका श्रमिकों को विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया। इन अवार्ड में शामिल हैं सुरक्षा कैलेंडर एंड पोस्टर डिजाइन अवार्ड, एक्जै़म्पलरी अवार्ड फॉर इनहेन्सिंग सेफ्टी अवेयरनेस, बेस्ट जेडएसओ/डीएसओ अवार्ड, नियर-मिस रिर्पोटिंग अवार्ड, बेस्ट सेफ्टी वॉरियर अवार्ड।
इसके साथ ही विभागों को दुर्घटना में कमी लाने, लंबे समय तक दुर्घटनारहित प्रचालन तथा बेहतर हाउसकीपिंग के लिए विभिन्न पुरस्कार प्रदान किये गये, जिसमें शामिल हैं:- लांगेस्ट एक्सीडेंट फ्री डेज़ अवार्ड, बेस्ट एक्सीडेंट रिडक्शन एंड सस्टेनेंस अवार्ड तथा विभिन्न वर्गों में हाउसकीपिंग अवार्ड तथा क्रांस फंक्शनल टीम हेतु प्रशस्ति पत्र।