भिलाईनगर। सड़क हादसे में हो रही अप्रत्याशित मौतों को लेकर भिलाई-दुर्ग में इन दिनों खौफ सा पसरा हुआ है। इस बीच फोरलेन सड़क के भिलाई-3 स्थित सिरसा चौक में छोटे से मंदिर में विराजित बजरंग बली की अदृश्य शक्ति चर्चा का विषय बन रही है। लगभग 10 साल पहले पखवाड़े भर के भीतर ही अलग-अलग हादसे में हुई पांच लोगों की मौत के बाद इस मंदिर का निर्माण किया गया। इस मंदिर के बनने के बाद से सिरसा चौक पर जानलेवा सड़क दुघर्टनाएं पूरी तरह से थम सी गई है।
सुनने में यह भले ही अजीब लगे, लेकिन यह पूरी तरह से सच है कि छोटा सा मंदिर बनाकर बजरंग बली की प्रतिमा स्थापित करने के बाद से सिरसा चौक पर होने वाले हादसों में किसी की मौत नहीं हुई है। ऐसा लगभग पिछले 10 साल से देखने को मिल रहा है। हालांकि इस दौरान हुए सड़क हादसों में लोग घायल तो होते रहे हैं। लेकिन किसी को जान गंवानी नहीं पड़ी है। इसे भगवान बजरंग बली की शक्ति का प्रताप माना जा रहा है।
दरअसलए फोरलेन सड़क बनने के बाद भिलाई-3 का सिरसा चौक दुर्घटना जन्य स्थल बन गया था। यहां पर आए दिन जानलेवा सड़क हादसे पेश आ रहे थे। इसके लिए फोरलेन निर्माण के दौरान रही तकनीकी खामियों को जिम्मेदार ठहराया गया। स्वचालित सिग्नल सिस्टम लगे होने के बावजूद हादसों पर रोक लगाने दोनों ओर पुलिस के ट्रेफिक जवानों की तैनाती सुनिश्चित किया गया। फिर भी इस चौक पर जानलेवा हादसे थोड़े-थोड़े अंतराल में होते रहे।
बात लगभग दस साल पुरानी है। भिलाई-3 थाने के नए प्रभारी के रूप में निरीक्षक राजेश साहू की तैनाती हुई। 30 जुलाई 2012 को उनके पदभार ग्रहण करने के साथ ही सिरसा चौक पर अचानक सड़क हादसे बढ़ गए। पखवाड़े भर के भीतर ही अलग-अलग हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। इन हादसों ने नवपदस्थ थाना प्रभारी राजेश साहू को हिलाकर रख दिया। उन्होंने भाजपा नेता संतोष अग्रवाल सहित आसपास के व्यापारी और लोगों से चर्चा की। इसके साथ ही सिरसा चौक के बीच लगे हाईमास्ट लाइट के चबूतरे पर छोटा सा मंदिर बनाकर बजरंग बली के स्थापना के निर्णय को साकार किया गया।
सुबह-शाम होती है पूजा अर्चना
सिरसा चौक पर सड़क के बीचों-बीच छोटे से मंदिर में विराजित भगवान बजरंग बली की नियमित पूजा अर्चना होती है। पंडित संतोष तिवारी प्रतिदिन सुबह और शाम को विधि विधान से पूजा करते हैं। भगवान बजरंग बली की प्रतिमा पर दीप जलाकर पुष्प माला चढ़ाने के बाद नारियल और मौसमी फल का भोग लगाया जाता है। इस दौरान चौक पर ट्रेफिक व्यवस्था संभालने के लिए तैनात पुलिस के जवान भी मंदिर में माथा टेकने आते हैं। आसपास के लोगों के लिए भी बजरंग बली का यह छोटा सा मंदिर आस्था का केन्द्र बन चुका है।