कांकेर। वर्ष 2009 में छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या के समाधान के लिए सीमा सुरक्षा बल को कांकेर जिला में तैनात किया गया। कांकेर के अति संवेदनशील बीहड़ो एवं दूरस्थ ग्रामीण तथा जंगली इलाके में सीमा सुरक्षा बल की टुकडिय़ाँ कठिनाईयों से लड़ते हुए तैनात हुई। सीमा सुरक्षा बल की तैनाती से पहले जिला कांकेर के अन्दरूनी इलाके में नक्सलियों का दबदबा था जो किसी भी प्रकार के विकासात्मक कार्य का विरोध करते थे। सीमा सुरक्षा बल अपनी तैनाती के पश्चात अंदरूनी इलाके में कैम्प स्थापित कर धीरे-धीरे गांव वालों का भरोसा जीतने में कामयाब हुआ जिससे गांव वालों के दिल में सुरक्षा की भावना पैदा हुई है। अब तक सीमा सुरक्षा बल ने छत्तीसगढ़ में अपने कठिन प्रयासों से कांकेर जिले में सक्रिय 102 हार्डकोर नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराकर देश की मुख्यधारा मे जोडऩे में अहम भूमिका निभाई है। छत्तीसगढ़ मे तैनाती से अब तक सीमा सुरक्षा बल ने 09 नक्सलियो को मार गिराया, 1082 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 537 से अधिक आईईडी (जिन्दा बम्ब) की बरामदगी कर सुरक्षा बलो एवं आम जनता को भारी नुकसान होने से भी बचाया है।
सीमा सुरक्षा बल जिला कांकेर के अतिसंवेदनशील इलाके में सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यो जैसे सड़क निर्माण कार्य, माइनिंग प्रोजेक्ट, रेल प्रोजेक्ट तथा मोबाईल टॉवर निर्माण में सुरक्षा प्रदान कर रहा है। सीमा सुरक्षा बल के जिला कांकेर में 2009 से आने के बाद विकासात्मक कार्य भी बढ़ा है जिसका ब्यौरा निम्नलिखित है:-
नए स्कूल – 62, अस्पताल – 16, आंगनबाड़ी – 103, पंचायत भवन – 22, कम्युनिटी हॉल – 19, कलवट तथा छोटे पुल – 169 तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगभग 550 किमी. सड़क निर्माण कार्य।
सीमा सुरक्षा बल कोयलीेबेड़ा प्रतापुर सड़क निर्माण कार्य को भी सुरक्षा प्रदान कर रही है जो कामतेड़ा और कटगांव जैसे अति संवेदनशील इलाको से होकर गुजरता है। इसके अलावा सीमा सुरक्षा बल के तैनाती के इलाके में कुल 45 सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2021 में सीमा सुरक्षा बल ने कुल 40 सिविक एक्शन प्रोग्राम चलाये जिसमे 23 हजार से अधिक लाभार्थियों को 52 लाख रूपये की सहायता सामाग्री बांटी गई। सीमा सुरक्षा बल ने वर्ष 2021 में 24 मेडिकल कैंप लगाकर 5182 रोगियों को 6 लाख 50 हजार रूपये की दवाईयां वितरित की। स्किल डवे लपमेटं प्रोग्राम के तहत पिछले 03 साल मे 119 युवाओ को रोजगार प्राप्ति हेतू सीमा सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न क्रियाकलापो मे प्रशिक्षण प्रदान किया गया। वर्तमान में 13वें आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कांकेर के 135 युवक आरै युवतियों को भारत के विभिन्न शहरों में भम्रण की योजना है।