भिलाईनगर। हर घर को संवारने में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। मै चाहती हूँ कि हमारे जिले व प्रदेश के प्रत्येक महिला आत्मनिर्भर हो। तभी शसक्तिकरण की बात सार्थक होगी। उक्त बातें जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष शालनी यादव ने कही। वे महिला दिवस के उपलक्ष्य में रिसाली निगम कार्यालय में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई।
समारोह की अध्यक्ष रिसाली निगम की महापौर शशि सिन्हा ने कहा कि शासन की बहोत सी ऐसी योजनाएं है जिससे न केवल आर्थिक स्थिति सुधारी जा सकती है, बल्कि महिलाएं अपने पैरों में खड़ी हो सकती है। कई महिलाएं तो लाभ ले रही है लेकिन कई योजनाओं के बारे में जानती तक नहीं है। मेरे हिसाब से जागरूकता का अभाव है। मै यहां उपस्थित महिलाओं से आव्हान करती हूं कि वे अपने अधिकारों के बारे में जाने। जागरूक बने। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित सभापति जिला पंचायत योगिता चंद्राकर, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत झमित गायकवाड़, कांग्रेस नेत्री सरिता-जितेन्द्र साहू, सुभद्रा सिंह, रामकली यादव, रिसाली निगम सभापति केशव बंछोर, आयुक्त आशीष देवांगन ने भी संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत महिला एवं बाल विकास प्रभारी ईश्वरी साहू व एमआईसी सद्स्य सोनिया देवांगन ने किया। इस अवसर पर निगम के एमआईसी सद्स्य विलास राव बोरकर, सनीर साहू, चन्द्रभान ठाकुर, गोविन्द चतुर्वेदी, अनूप डे, परमेश्वर कुमार व पार्षदगण उपस्थित थे।
निगम कार्यालय में हुए सम्मान समारोह में रिसाली नगर पालिक निगम क्षेत्र की लगभग 300 महिलाओं का सम्मान किया गया। सम्मानित महिलाएं समाज सेवा, शिक्षा, चिकित्सा व खेल से जुड़ी हुई है। सम्मान के रूप में प्रमाण पत्र व श्रीफल दिया गया। सम्मान समारोह में आत्मनिर्भर होकर उदाहरण बनी महिलाओं को भी प्रमाण पत्र दिया गया। सम्मान समारोह का संचालन पार्षद डॉ. सीमा साहू ने की व आभार प्रदर्शन एमआईसी सद्स्य ईश्वरी साहू ने की।
मनोरंजन के साथ दी जानकारी
कार्यक्रम की शुरूआत राजगीत से हुआ। महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती दी। हर घर में नारी के महत्व को समझाते संगीतमय नाटक सरिता साहू व उनके साथी महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा एकल गीत, नाटक, फैंसी डेऊस, सुआ नृत्य, पंथी नृत्य, छत्तीसगढ़ी रिमिक्स पर महिलाओं ने प्रस्तुती दी। कार्यक्रम देनी वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया।
दिखाया हुनर
महिलाओं ने स्वनिर्मित सामानों का स्टॉल लगाया था। साथ ही बिक्री के लिए सामानों को रखा था। वहीं ललिता सिंह ने जूट से बने सामान, इन्द्रकला व मिथलेश ने मसाला व भात बड़ी, मां भवानी समूह ने गुपचुप, सृष्टि समूह ने नास्ता, कुमकुम स्वसहायता समूह ने खाद, जय माता दी स्वसहायता समूह ने नास्ता, आदिशक्ति स्वसहायता समूह, आध्यारानी स्वसहायता समूह, सरिता जंघेल ने सजावटी समान व वार्ड 19 व 20 की महिलाओं ने अंकुरित दाने, बंसती साहू ने नमकीन व चित्रकला और रिद्धि सिद्धि एवं दिव्या स्वसहायता समूह ने भी सजावटी सामानों का स्टॉल लगाया था।