आचार्य डॉ.महेशचन्द्र शर्मा ग्वालियर में सम्मानित, अ.भा.भवभूति समारोह में शोधसत्र की अध्यक्षता की डॉ.शर्मा ने

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भिलाई। इस्पात नगरी के साहित्याचार्य डॉ. महेशचन्द्र शर्मा ने अखिल भारतीय भवभूति समारोह ग्वालियर में सक्रिय उपस्थिति दजऱ् कराते हुये शोधपत्र का वाचन किया। कालिदास संस्कृत अकादमी म.प्र.संस्कृति परिषद् उज्जैन द्वारा जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर एवं महाकवि भवभूति शोध एवं शिक्षा समिति ग्वालियर के सहयोग से उक्त कार्यक्रम आयोजित था। आचार्य डॉ. शर्मा ने शोधालेख पठन के प्रथम सत्र की अध्यक्षता की। उन्होंने महाकवि भवभूति के मालतीमाधव में कुछ अभिनव प्रयोग शीर्षक शोधालेख भी प्रस्तुत किया। संस्कृत के विशेष अध्ययन, अध्यापन ,अनुसन्धान और लेखन हेतु आचार्य डॉ. महेशचन्द्र शर्मा का शाल-श्रीफल और पुष्प माला से सम्मान भी आयोजकों ने किया।


उल्लेखनीय है कि डॉ. शर्मा इसके पूर्व भी देश-विदेश की अनेक सफल शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक यात्रा करचुके हैं। उनके 500 से अधिक लेख, आलेख, समीक्षा लेख, ललित लेख और शोधालेख भी राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। कुलपति डॉ.मुरलीमनोहर पाठक,नयीदिल्ली,डॉ.भागवतशरण शुक्ल, वाराणसी, डॉ.रामेश्वर प्रसाद गुप्त, दतिया,डॉ.बाबू लाल मीना, भरतपुर,संस्कृत के प्रसिद्ध हास्यकवि डॉ.प्रशस्यमित्र शास्त्री,रायबरेली,डॉ.चन्द्रभूषण झा, नयी दिल्ली, डॉ.आशासिंह रावत, ग्वालियर,डॉ.बालकृष्ण शर्मा,ग्वालियर एवं जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी के साथ बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति से संस्कृत के पठन-पाठन और शोध की गरिमा को बढ़ाया।


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