राजनांदगांव 12 मार्च 2022:- राजनांदगांव संतोष सिंह द्वारा 150 गुम मोबाईल (कीमती लगभग 20 लाख रूपये) को मोबाईल धारकों को लौटाया गया, जिससे मोबाईल धारकों में खुशी की लहर है पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव संतोष सिंह द्वारा सायबर सेल को गुम मोबाईल सायबर सेल द्वारा जिला व छत्तीसगढ़ के अन्य जिलो एवं अन्य प्रदेशों से कुल 150 गुम मोबाईल खोज कर रेंज में सर्वाधिक गुम मोबाईल किया बरामद पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा अपने हाथों से मोबाईल गुम हो चुके मोबाईल पाकर लोगों का चेहरा खुशी से,खिल ग मोबाईल मिलने पर मोबाईल धारकों द्वारा पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग एवं पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद ज्ञापित किया। जिला राजनांदगांव में पूर्व में चोरी, लूट, डकैती आदि आपराधिक मामलों में ही मोबाईल खोजा जाता था, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव संतोष सिंह द्वारा गुम मोबाइल खोज कर मोबाइल धारकों को लौटाने के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव नोडल अधिकारी सायबर सेल के मार्गदर्शन में प्रभारी सायबर सेल सउनि द्वारिका प्रसाद लाउत्रे के नेतृत्व में सायबर सेल की पूरी टीम
(प्र.आर. अनित शुक्ला, आरक्षक हेमंत साहू, आदित्य सिंह, मानीष मानिकपुरी, मनीष वर्मा, अवध किशोर साहू, मनोज खूंटे, ओमराज साहू, अमित सोनी, दुर्गेश भूआर्य एवं म.आरक्षक पार्वती कंवर) द्वारा जिला राजनांदगांव के शहर, ग्राम व सुदूर नक्सल प्रभावित दुर्गम गांव व छत्तीसगढ़ के अन्य जिलो जैसे कबीरधाम, दुर्ग, बालोद, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, रायपुर, महासमूंद, अंबिकापुर एवं अन्य प्रदेशों जैसे बिहार के बिहार शरीफ के जिला नालंदा, महाराष्ट्र के नागपुर, पूणे, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, ओडिसा के सुन्दरगढ़, राउरकेला, तेलंगाना के हैदराबाद आदि जगहों से कुल 150 गुम मोबाईल खोज कर दुर्ग रेंज में सर्वाधिक गुम मोबाईल बरामद करने में सफलता हाशिल की है।आज 12.03.2022 को पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव संतोष सिंह द्वारा मोबाईल धारकों को उनके गुम मोबाईल का वितरण किया गया और कहा गया कि आज के समय में मोबाईल मात्र संचार का साधन नहीं है मोबाईल में लोगों के महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक एकाउण्ट, फोटो, विडियो, बिजनेश के सॉटवेयर आदि कीमती डाटा संकलित कर रखे हुए रहतें हैं। मोबाईल दूसरे के हाथों में आने पर उससे वे उनका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं और किसी अपराध में भी उनके मोबाईल व सिम का उपयोग कर सकते हैं अतः मोबाईल गुम होने पर तत्काल सिम बंद करवायें। मोबाईल में सेफ्टी फिचर्स होते हैं जिसे चालू रखें, फाईड माई डिवास जैसे सॉफवेयर डाउनलोड कर रखें जिससे मोबाईल गुमने पर तत्काल स्वतः ढूंढ सके। अपने मोबाईल में पासवर्ड डाल कर रखें, अपना मोबाईल किसी अंजान व्यक्ति को उपयोग करने ना देवे, बिना पढ़े किसी एप को डाउनलोड ना करें, अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये लिंक का टच ना करें, सोशल मीडिया साईट पर अंजान फ्रेन्ड रिक्वेस्ट को एग्री न करें और अपना फोटो विडिया व डाटा सेयर ना करें।सायबर ठगों से बचे जानकार बने सावधान रहें। गुम मोबाईल मिलने की उम्मीद छोड़ चुके लोगों को जब पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा अपने हाथों से 150 गुम मोबाईल लौटाया गया तब गुम मोबाईल पाकर लोगों का चेहरा खुशी से खिल गया। गुम मोबाईल मिलने पर मोबाईल धारकों द्वारा पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग ओ.पी.पाल एवं पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा गुम मोबाईल ढूंढवा कर वापस दिलाने के अभियान की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव (नोडल अधिकारी सायबर सेल) संजय महादेवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डोंगरगढ़ जय प्रकाश बढ़ई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) गजेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रशिक्षु आई.पी.एस. मयंक गुर्जर, सायबर सेल एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे।आम जनता से अपील :- दूसरों का प्राप्त मोबाईल प्रयोग करना अपराध की श्रेणी में आता है। गुम मोबाइल प्राप्त होने पर वैधानिक कार्यवाही से बचने हेतु कृपया उसे नजठदीकी थाना या साइबर सेल राजनांदगांव में जमा करें।