दुर्ग। राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र ने किया। इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने विस्तार से जानकारी दी कि किस तरह स्टार्टअप को और नवाचार को इनक्यूबेशन के माध्यम से बढ़ावा दिया जा सकता है। प्रतिभागियों ने बताया कि युवाओं के मन में नवाचार बहुत से होते हैं लेकिन पूंजी और सटीक तरीके से नवाचार को मूर्त रूप देने की योजना के अभाव में वे इस ओर नहीं बढ़ सकते। कार्यक्रम में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सरोजनी पाणिग्रही, जिला प्रमुख लघु उद्योग भारती ने बताया कि किस प्रकार युवाओं और महिलाओं के लिए नई संभावना इस क्षेत्र में है और उन्हें प्रेरित करने किस तरह से कार्य किये जा रहे हैं।
संयुक्त संचालक एमएसएमई राजीव एस ने कहा कि स्टार्टअप के आइडियाज को किस तरह से बेहतर किया जा सकता है उसके लिए उद्योग विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं ताकि विशेषज्ञता के लाभ से इस क्षेत्र में तरक्की की जा सके। उपसंचालक लोकेश परगनिहा ने कुछ उद्यमियों के नवाचार साझा किये और बताया कि किस तरह उन्होंने अपने उद्यम को तकनीकी विशेषज्ञता और उद्योग विभाग की सलाह लेकर बेहतरीन तरीके से संचालित किया। प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र तुषार त्रिपाठी ने पीएमईजीपी और मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने औद्योगिक नीति 2014-19 के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने विविध क्षेत्रों में उद्यम की संभावनाओं और इसके लिए आगे बढऩे के विषय में भी विस्तार से बताया। सहायक संचालक एमएसएमई उमेश प्रसाद ने केंद्र सरकार की क्रेडिट लिंक इन्वेस्टमेंट स्कीम के बारे में विस्तार से बताया। शंकराचार्य कालेज के प्राध्यापक प्रोफेसर शैलजा बहादुर व प्रोफेसर स्वाति वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का आयोजन राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास कार्यालय रायपुर एवं जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र दुर्ग के संयुक्त तत्वावधान में तथा श्री शंकराचार्य टेक्निकल कैंपस के सहयोग से किया गया।