कोरबा 15 मार्च 2022 :- सात साल की आदिवासी बच्ची से घरेलू काम कराने, झाडू से मारपीट करने और गुलाम के जैसे बर्ताव और के मानव तस्करी के आरोप में पुलिस ने सीआईएसएफ के हवलदार और उसकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की कार्रवाई से दंपती की परेशानी बढ़ गई है। आरोप बेहद गंभीर है। दोनों को पुलिस कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। घटना की जानकारी देते हुए दर्री पुलिस ने बताया है कि एनटीपीसी कॉलोनी में केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की फायर कॉलोनी है। यहां संदीप उरांव और उसकी पत्नी जगरानी खाखा रहते हैं। दंपती झारखंड के मूल निवासी हैं। चाइल्ड लाइन सदस्य की लिखित शिकायत पर दर्री पुलिस ने अपराध क्रमांक 041/2022 भादवि की धारा 323,34,370,75 JUV के तहत मामला दर्ज कर लिया है ।पुलिस के अनुसार अनुराधा सिंह पति रोशन सिंह निवासी कोरबा में रहती हूं मैं वर्तमान समय में करीबन 07 साल से चाइल्ड लाइन कोरबा में टीम मेम्बर के पद पर पदस्थ हूं। कि आज 13.03.2022 को बाल कल्याण समिति जिला कोरबा से बालिका कु.अमृता उरांव को काउसलिंग के लिए बालिका गृह से अपने संरक्षण में लेकर थाना दर्री ले जाना, थाना/प्रभारी थाना दर्री जिला कोरबा छ.ग. विषय बालिका कु. अमृता उरांव उम्र 08 वर्ष लगभग के संबंध में संदर्भ :- चाइल्ड लाइन कोरबा के पत्र क्रमांक/1283/2021 – 22 दिनांक 10/03/2022 उपरोक्त संदर्भित विषयांतर्गत लेख है 09/03/2022 को थाना दर्री जिला कोरबा द्वारा बालिका कु. अमृता उरांव उम्र 08 वर्ष लगभग पिता श्री गनपत उरांव, माता श्रीमती मुन्नी उरांव, निवासी ग्राम जोरेया, पोस्ट करंज, थाना भरनो जिला गुमला (झारखण्ड) के मिलने की सूचना दिये जाने पर चाईल्ड लाईन कोरबा द्वारा थाना दर्री जाकर बालिका को अपने संरक्षण में लिया गया। समिति के आदेश पर बालिका को देखरेख एवं संरक्षण हेतु बालिका गृह कोरबा में रात्रि को संस्थागत संरक्षण प्रदाय किया गया है। आज दिनांक 10/03/2022 को बालिका को समिति के समक्ष काउससिंग हेतु प्रस्तुत किया गया समिति के समक्ष बालिका का काउसलिंग लेखबद्ध किया गया जिसमें बालिका ने बताया की 27 फरवरी को उसके गांव ग्राम जोरेया से सीआईएसएफ दर्री में कार्य करने वाले संदीप उरांव एवं उसकी पत्नि जगरानी खाखा, निवासी सीआईएसएफ दर्री में कार्य करने वाले संदीप उरांव एवं उसकी पत्नि जगरानी खाखा निवासी सीआईएसएफ फयर कालोनी दर्री द्वारा पढाने – लिखाने के नाम से कोरबा लाया गया था। यहां लाकर बालिका अमृता उरांव से घरेलू कार्य कराया जा रहा था दंपत्ति का एक 03 वर्षीय बच्ची की देखभाल भी बालिका से कराया जाता था। 08/03/2022 को रात्रि में ठीक से कार्य नहीं करने की बात कहकर जगरानी खाखा ने बालिका अमृता से झाडू से मारपीट किया गया जिस वजह से बालिका बहुत डर गयी दूसरे दिन सुबह 07:00 बजे बालिका घर से निकल गयी इसी दौरान दर्री क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने बालिका अमृता की जानकारी डायल 112 को दिया गया बालिका द्वारा समिति के समक्ष दिये गये कथन के बाद समिति द्वारा इस मामले को गंभीरता से लिया है। पिटाई के डर से घर से भाग गई बच्ची
पिटाई के डर से घर से भाग गई बच्ची दोनों अपने गृहगांव के आसपास गढ़वा पलामू की रहने वाली एक महिला से उसकी सात साल की बच्ची को लेकर 27 फरवरी, 2022 को कोरबा पहुंचे। दंपती सात की बच्ची को अपने घर में रखकर घरेलू काम करा रहे थे। दंपती को तीन साल की एक बच्ची है। उसकी देखभाल सात साल की बच्ची से करा रहे थे। आठ मार्च की शाम दंपती एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। देर रात घर लौटे। बच्ची ने बर्तन साफ नहीं किया था। ठीक से काम नहीं करने की बात कहकर जगरानी खाखा ने गुस्से में बच्ची को झाडू से पीटा। बच्ची डर गई। रात को रोते-रोते सो गई। सुबह दंपती की घर छोड़भर भाग गई।