बीएसपी के जेएलएन अस्पताल में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का सफल आयोजन

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भिलाईनगर। इस्पात संयंत्र के जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के शिशु रोग एवं नवजात शिशु रोग विभाग द्वारा राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ईडी (एम एंड एचएस), डॉ एस के इस्सर के मार्गदर्शन में तथा सीएमओ (एम एंड एचएस), द्वय डॉ एम रवींद्रनाथ एवं डॉ प्रमोद बिनायके तथा डॉ सुबोध कुमार साहा, डॉ संबिता पंडा, डॉ नोहर सिंह ठाकुर की उपस्थिति में आयोजित किया गया। जिसमें राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 2022 के थीम-च्सभी के लिए कारगार हैं टीकेज् पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के शिशु रोग एवं नवजात शिशु रोग विभाग ने भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी।


पिछले कुछ दशकों में टीका, दुनिया भर में जानलेवा बीमारियों से लडऩे का एक महत्वपूर्ण साधन बन चुका हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, टीके से हर साल लगभग 20 से 30 लाख लोगों की जिन्दगी बचाई जा रही है।
इस वर्ष यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि देश ने अपना सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम 2021 में शुरू किया था और 96 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों को कम से कम 1 खुराक लगाई जा चुकी है और 81 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों ने अब तक कोविड-19 टीकों की दोनों खुराक प्राप्त कर ली है। दिनांक 15 मार्च, 2022 के पूर्व चूंकि कोविड-19 महामारी पूरी दुनिया में व्याप्त है, इसलिए भारत सरकार भारत के प्रत्येक नागरिक को इस बीमारी के खिलाफ टीका लगाने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है।


राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस-2022, टीकों के महत्व के बारे में एक विचार-मंथन प्रारंभ करता है और लोगों को खुद को टीका क्यों लगवाना चाहिए और उनके परिवार के सदस्यों और बच्चों को कुछ बीमारियों से सुरक्षा के लिए टीका लगाया जाना चाहिए। इन नए टीकों के साथ, भारत का सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम अब सालाना 27 मिलियन बच्चों को 13 जानलेवा बीमारियों के खिलाफ मुफ्त टीके प्रदान करता है।
बीएसपी के जेएलएन अस्पताल द्वारा 14 मार्च 2022 तक कुल 89436 कोविड-19 टीका लगाया जा चुका हैं। पिछले 3 वर्षों में बीएसपी अस्पताल द्वारा कोविड-19 के अलावा अन्य महत्वपूर्ण टीके लगाये गये जो इस प्रकार हैं-बीसीजी-3132, ओपीवी (बाईवॉलेन्ट)-10184, डीपीटी-7052, एमएमआर-3643, टाइफाइड-2691, हेपेटाइटिस बी-8263, एचआईबी-5785, हेपेटाइटिस ए-1892, चिकन पॉक्स-1735, न्यूमोकोकल-5062, रोटा वायरस-4278, आईपीवी-2276, और एच1एन1(स्वाइन फ्लू)-516।


टीकाकरण एक टीम प्रयास है और इसके लिए टीम लीडर, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर, विशेषज्ञ डॉक्टर और सक्षम वैक्सीनेटर की आवश्यकता होती है। विशेष रूप से जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के शिशु रोग एवं नवजात शिशु रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ संबिता पांडा, कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुबोध कुमार साहा (एसीएमओ) के कुशल नेतृत्व में भिलाई के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम डॉ एनएस ठाकुर (एसीएमओ), डॉ संजीबनी पटेल (डीसीएमओ), डॉ मीता सचदेव (मुख्य सलाहकार), डॉ नूतन कुमार वर्मा (सहायक सीएमओ), डॉ कौशिक किशोर (मुख्य सलाहकार), डॉ वृंदा सखारे (सीनियर कंसल्टेंट), डॉ माला चौधरी (सलाहकार), डॉ सुभस्मिता पटनायक (सलाहकार) और डॉ रुचिका ताम्रकर (सीनियर एमओ) ने निरन्तर योगदान देकर टीकाकरण अभियान को सफल बनाया है।


इसके अतिरिक्त बीएसपी अस्पताल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में सहयोग किया है इनमें शामिल हैं- वरिष्ठ प्रबंधक (सी एंड आईटी विभाग), श्री बी आर ढोके सी एंड आईटी विभाग के श्री लखन यादव तथा टीकाकरण टीम में शामिल सुश्री रीना जंगेल, सुश्री अरुणिका, सुश्री विशाखा, सुश्री लवली, सुश्री चिंतामणि साहू, सुश्री मीनाक्षी। साथ ही श्री बलवीर सिंह, श्री शाहिद अहमद और एम एंड एस के अन्य कर्मचारियों ने भी इस प्रयास में भरपूर सहयोग प्रदान किया है।


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