भिलाईनगर। केवल संधान्तिक ज्ञान से पुस्तकालय का कुशल प्रबंधन करना कठिन है, इसीलिए
बी लिब जैसे व्यवस्यायिक पाठ्यक्रमों में प्रायोगिक दक्षता ज्यादा महत्वपूर्ण है। उपरोक्त विचार पं. सुन्दरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़, बिलासपुर के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ डी एन शर्मा ने बी लिब पाठ्यक्रम की संपर्क कार्यक्रम के समापन के अवसर पर व्यक्त करते हुए विधार्थियों को लगन व मेहनत से वार्षिक परीक्षा की तैयारी में जुटने को कहा। उन्होंने दूर दराज क्षेत्रों से आये विधार्थियों की इस कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता की सराहना करते हुए आयोजन के लिए सुराना महाविद्यालय का आभार व्यक्त किया ।
पं. सुन्दरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़, बिलासपुर के कबीरधाम, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा व दुर्ग जिले के अध्ययन केन्द्रों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए सुराना महाविद्यालय के पुस्तकालय शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस दस दिवसीय संपर्क कार्यक्रम में प्राध्यापकों ने पुस्तकालय विज्ञान के व्यावहारिक पक्षों से शामिल 90 शिक्षार्थी अवगत कराया 7 आरम्भ में विभागाध्यक्ष सुश्री भावना वर्मा ने 10 दिनों की शैक्षणिक गतिविधियों पर संक्षेप में प्रकाश डाला 7 कु आभा साहू, देवेन्द्र बंजारे व अन्य शिक्षार्थियों ने अपने अनुभव साझा किये। इस अवसर पर प्राध्यापिका सुश्री फरहा सिद्दीकी व भावना यादव भी उपस्थित रहीं।