लॉकडाऊन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है, लोग बेरोजगारी के कगार पर खड़े, राहत पैकेज की घोषणा एक घडिय़ाली आँसू – निर्मल कोठारी

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भिलाईनगर। सरकार द्वारा कोरोना कार्यकाल में लॉकडाऊन लगाना एक गलत निर्णय है, देश और जनता के हित के लिए लॉकडाऊन का निर्णय आमजनमानस के लिए दुखदायी रहा। एक महामारी का हल ढूँढने के लिए 21 महामारी हमने पैदा कर दिया है। आज लॉकडाऊन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था जहाँ चरमरा गई हैं वहीं कई लोग बेरोजगारी के कगार पर खड़े हैं। लॉकडाऊन की वजह से ही देश में जगह-जगह ङ्क्षहसा, लूट, भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। कोरोना काल में केन्द्र सरकार द्वारा जो राहत पैकेज की घोषणा की गई वह एक घडिय़ाली आँसू हैं। इस आशय के विचार आज पत्रकार वार्ता में जैन बगीजा सदर बाजार राजनांदगाँव के भारतीय जनतंत्र मंच के निर्मल कोठारी ने पत्रकार वार्ता में कही।

उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि, हमें देश में यदि लोकतंत्र क स्थापना करना है तो लोकतंत्र की नीतियों में सुधार करना होगा। सारी अनैतिक आचरण को दूर करना होगा। लोकतंत्र की शाखा एवं प्रतिष्ठा पर अनैतिक आचरण का कार्य आज के नेतागण करते हैं। उन्होंने कहा कि, लोकसभा न्याय का मंदिर है लोकसभा के सांसदों द्वारा बुद्धिजीवियों, आत्मचिंतन, धर्म एवं नैतिकता अंतर्गत चिन्तन एवं निष्कर्म भाव से इस पर बहस होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि, जातिवाद की राजनीति, सांप्रदायिकता, मानवता में रंग भेद की नीति देश के लोकतंत्र के खिलाफ है।

सत्ता में बैठे चंद नेतागण देश में अराजकता, आतंकवाद, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने से बाज नहीं आते हैं। उन्होंने कहा कि, मानवता की कमजोरी का फायदा उठाना नेतागण बंद करें। निर्मल कोठारी ने इन्हीें सब मुद्दों को लेकर देश के मुख्य न्यायाधीश को भी पत्र भेज कर व्यवस्था सुधारने की माँग की है। पत्रकार वार्ता में एचएमएस के एच.एस.मिश्रा, लखविंदर सिंह, के.एन.प्रेमनाथ एवं आर.के.सिंह भी उपस्थित थे।


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